लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण व दिव्यांगजन सशक्तिकरण तथा होमगार्ड्स राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अनिल राजभर ने पिछड़ा वर्ग तथा दिव्यांगजन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने तथा लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने इन विभागों के कर्मचारी/अधिकारियों को कार्यालय समय से आने तथा कार्यालयों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिये जाने का भी आवह्न किया है।
श्री राजभर अपराह्न इन्दिरा भवन स्थित पिछड़ा वर्ग कल्याण तथा दिव्यांगजन सशक्तिकरण कार्यालयों का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने निरीक्षण के दौरान दोनों विभागों के प्रत्येक कक्ष में जाकर कर्मचारियों से परिचय प्राप्त किया और उनके द्वारा निस्तारित किये जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी/कर्मचारी विभाग द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से सुनिश्चित करें। जिससे आम लोगों को समय से लाभ मिल सके।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को निदेशक पिछड़ा वर्ग ने बताया कि लगभग 4600 स्वयं सेवी संस्थाएं विभाग से पंजीकृत है। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं के तहत पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसी प्रकार दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा बताया गया कि दिव्यांगजन के लिए विभिन्न योजनाओं को प्राथमिकता से लागू किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण श्री के0 मोहन राव तथा दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशक श्री अजीत कुमार एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
इसके पश्चात श्री राजभर ने डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ का निरीक्षण किया और पठन-पाठन सहित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा उन्होंने विश्वविद्यालय कैम्पस में स्टेडियम सहित विभिन्न निर्माणाधीन भवनों का भी निरीक्षण किया। इसके पश्चात उन्होंने स्टाफ मीटिंग करके सभी शिक्षकों से पठन-पाठन की जानकारी प्राप्त की। साथ ही मिलजुलकर मा0 मुख्यमंत्री जी के संकल्पों एवं प्राथमिकता के अनुरूप कार्य करने पर बल दिया।
इसके पश्चात उन्होंने राजकीय संकेत विद्यालय का भी भ्रमण किया और बच्चों से बात करके उनकी समस्याएं तथा पढ़ाई आदि के बारे में जानकारी प्राप्त किया और विद्यालय प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिये। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 आर0के0पी0 सिंह सहित भारी संख्या में शिक्षक तथा अन्य स्टाफ मौजूद रहे।