रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) मुख्यालय में आज दिनांक 1 मार्च, 2021 को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2021 बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस अवसर पर रक्षा विज्ञान मंच द्वारा एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया । इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. विजय राघवन मुख्य अतिथि थे । समारोह की अध्यक्षता रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआर एंड डी) के सचिव और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने की ।
मुख्य भाषण में प्रो विजय राघवन ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बहुत महत्वपूर्ण कार्य किया है जो बेहतर विज्ञान का प्रतीक है । उन्होंने महामारी के दौरान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा नवाचारों की गति और गुणवत्ता की सराहना की । उन्होंने कहा कि “हमारा संसार एक डिजाइन संचालित संसार है, और हमारे दो प्रमुख लक्ष्य स्वदेशी रूप से डिजाइन और विनिर्माण करना होने चाहिए” । उन्होंने आगे कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और उद्योग जगत के बीच साझेदारी के इस नए युग में हमारे पास स्थानीय रूप से खरीदने और स्थानीय रूप से बनाने की क्षमता होनी चाहिए ।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआर एंड डी) के सचिव और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष ने अपने संबोधन में वैज्ञानिक समुदाय को उत्कृष्टता और आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए चल रही खोज के लिए बधाई दी । उन्होंने कला प्रौद्योगिकियों की स्थिति के साथ आने के लिए प्रयोगशालाओं और अकादमिक संस्थानों में विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंने भविष्य की प्रौद्योगिकियों पर काम करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रत्येक प्रयोगशाला में एक फोकस समूह की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डॉ जी सतीश रेड्डी ने आगे कहा कि किसी भी राष्ट्र के लिए विज्ञान के मौलिक पक्ष पर काम करना बहुत जरूरी है, जिसके लिए विश्वविद्यालयों को मजबूत बनाने की जरूरत है ताकि राष्ट्र गुणवत्तापूर्ण उत्पाद लेकर सामने आ सके।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की विभिन्न प्रयोगशालाओं/प्रतिष्ठानों से 47 शोध पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से तीन शोध पत्रों को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न समूहों की प्रयोगशालाओं से प्राप्त वैज्ञानिक पत्रों के संकलन डिफेंस सर्विस स्पेक्ट्रम का गणमान्य व्यक्तियों द्वारा विमोचन भी किया गया। डीआरडीओ विज्ञान दिवस ओरेशन को तीन रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) प्रयोगशालाओं नामत: एडवांस सिस्टम लेबोरेट्री (एएसएल), हैदराबाद, एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एडीई), बेंगलुरु और रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (डीआरडीई), ग्वालियर- के वैज्ञानिकों द्वारा वितरित किया गया।
सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा 1928 में “रमन प्रभाव” की खोज के उपलक्ष्य में हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है, जिस खोज के परिणामस्वरूप उन्हें वर्ष 1930 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया । इस दिन को मनाने का उद्देश्य वैज्ञानिक सोच को बढ़ाना, विज्ञान को लोकप्रिय बनाना एवं आम जनता में वैज्ञानिक स्वभाव को पैदा करके अभिनव गतिविधियों को प्रोत्साहित करना तथा एक सकारात्मक वैज्ञानिक अनुसंधान संस्कृति का निर्माण करना है।
डिफेंस साइंस फोरम, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) का एक मंच है जहां विभिन्न विषयों के वैज्ञानिक फैलोशिप को बढ़ावा देने, विभिन्न विषयों के दिग्गजों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने और उन सभी अंतर-अनुशासनात्मक परियोजनाओं की व्यवहार्यता और योजना बनाने के लिए बातचीत करते हैं जिनमें विशेषज्ञ राय की आवश्यकता होती है ।
इस अवसर पर जीवन विज्ञान के महानिदेशक (डीजी) एवं संयोजक डिफेंस साइंस फोरम डॉ ए के सिंह, महानिदेशक (टीएम) श्री सुधीर गुप्ता, महानिदेशक (मानव संसाधन) श्री के एस वराप्रसाद एवं महानिदेशक (सैम एंड आरएंडएम) सुश्री नवनीत राधाकृष्णन भी उपस्थित थे ।a