नई दिल्ली: केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डीओएनईआर), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) के निदेशक और संकाय के साथ कोविड-19 से संबंधित मुद्दों और अकादमी द्वारा उसने से निपटने के तरीकों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। उन्हें आईएएस अधिकारी प्रशिक्षुओं के चरण-1 के प्रशिक्षण सहित अकादमी के कामकाज के विभिन्न पहलुओं के लिए तैयार एसओपी के बारे में बताया गया। वर्तमान में कक्षाएं ऑनलाइन कराई जा रही हैं, जिनमें अपने संबंधित कमरों से ही शामिल हुआ जाता है। इसी प्रकार खाना छात्रावासों तक पहुंचाया जा रहा है और अधिकारी प्रशिक्षुओं द्वारा खुद ही बर्तन तथा कमरों कीसफाई की जा रही है। फिल्मों, ऑनलाइन विचार-विमर्श, कार्य विवरण (असाइनमेंट) और व्यवस्थित इनपुट्स सहित विभिन्न तरीकों के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित जानकारियां दी जा रही हैं।
एलबीएसएनएए के निदेशक ने माननीय केन्द्रीय मंत्री को महामारी के मद्देनजर कोविड-19 के असर को कम करने की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाएं तय करना, आपदा प्रबंधन केन्द्र, ऑनलाइन माध्यम/ मूल्यांकन/ समीक्षा के माध्यम से चरण-1 का प्रशिक्षण पूरा करना, कोविड-19 के लिए आईटी आधारभूत ढांचा और उसमें सुधार, कोविड-19 के लिए चिकित्सा आधारभूत ढांचा और सुधार, राष्ट्रीय आपदाओं में सहयोग हासिल करने के लिए सिविल सेवा एसोसिएशन (करुणा), तिब्बतियों, सीपीडब्ल्यूडी कामगारों आदि स्थानीय समुदायों तक पहुंच कायम करने जैसी पहलों के बारे में बताया।
अकादमी ने प्रौद्योगिकी और शिक्षण प्रबंधन प्रणाली के अभिनव उपयोग के माध्यम से अपने प्रशिक्षण को सुदृढ़ किया है और अधिकारी प्रशिक्षुओं को सभी इनपुट तथा असाइनमेंट के बारे में अपने ज्ञान पोर्टल के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है। इन प्रयासों में सहायता के लिए यह एक इंटरनेट रेडियो सुविधा भी शुरू की गई है।
अधिकारी प्रशिक्षुओं को विभिन्न क्लबों और संगठनों के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों और प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सोसायटी फॉर सोशल सर्विसेज को स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए फेस मास्कों को हासिल करने और अधिकारी प्रशिक्षुओं तथा कर्मचारियों को वितरित करने के साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से अकादमी के आसपास और नजदीक में बसे परिवारों के बीच राशन के वितरण के काम में लगाया गया है। आपदा प्रबंधन केन्द्र देश भर से कोविड-19 के प्रबंधन में सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं का संग्रह कर रहा है और अकादमी के विभिन्न संकाय सदस्यों को करुणा नाम के सिविल सेवा संगठन की पहल में शामिल किया गया है।
अकादमी के सभी अनुभागों ने सामाजिक दूरी और स्वच्छता आदि के संबंध में अपनी एसओपी तैयार की हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों सहित अकादमी के सभी कर्मचारियों को अकादमी के संकाय द्वारा ही प्रशिक्षित किया गया है। जिला प्रशासन के निर्देशों के साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने अकादमी द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और इस संकट को कम करने के लिए ऐसे कई अन्य प्रयास किए जाने की उम्मीद जाहिर की।