देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत रविवार को दुधली क्षेत्र के भ्रमण पर रहे, दुधली क्षेत्र के किसानों से मुलाकात कर जन समस्यायें सुनी तथा उनके निराकरण का मौके पर ही निर्देश दिये। क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी लगभग 50 प्रतिशत से अधिक फसल को नुकसान हुआ है किसानों ने यह भी बताया कि उन्हें तत्काल सहायता के रूप में दी जाने वाली राहत की धनराशि उपलब्ध हो गयी है इसके लिये उन्होने मुख्यमंत्री का आभार भी किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि किसानों को उनकी फसलों के नुकसान की जितनी भी भरपाई संभ्भव हो सकेगी की जायेगी, इसके अलावा कीटनाशक दवा के छिडकाव व बीज के किटो का निशुल्क वितरण, छः माह के बिजली बिल की वसुली न करने, सहकारी बैंको के छः माह के ऋण पर ब्याज माफी के साथ ही इतनी ही अवधि के लिये वसूली स्थगित करने के निर्देश दिये। वन भूमि वाले किसानो को भी राहत राशि उपलब्ध कराने के लिये उन्होने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि खेतवान के रूप में खेती करने वाले सभी किसानों को मुआवजे की श्रेणी मे लाये जाने की कार्यवाही की जाय।
किसानों द्वारा जंगली जानवरों से फसलों के नुकसान की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिये सुरक्षा दीवार बनाने के लिए 3 वर्षीय कार्ययोजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने गन्ना किसानों से नये गन्ना बीज का इस्तेमाल करने तथा लाइन से गन्ना बौने व गन्ने के साथ अन्य फसलों के उत्पादन पर भी ध्यान देने की अपेक्षा की। इससे किसानों की आय बढ़ेगी व उन्होने कहा कि किसानों के हित में राज्य सरकार द्वारा अनेक निर्णय लिये है किसानो के हर दुख दर्द में हम उनके साथ है। पिछले वर्ष 297 करोड की सब्सिडी गन्ना किसानों को दी गई है, तथा 18.5 करोड बोनस के रूप में दिये गये है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मारखम ग्रान्ट व माजरी ग्रान्ट के लिए 100-100 नये विद्युत पोलों की स्वीकृति के साथ ही क्षेत्र की सडको व पेयजल व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये।
इस अवसर पर विधायक हेमेश खर्कवाल, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती टीना सिंह, जिला योजना समिति के सदस्य गौरव सिंह, सरदार हरपाल सिंह सहित बडी संख्या में क्षेत्र के ग्राम प्रधान व किसान व अधिकारीगण उपस्थित थे।