लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण, सड़क परिवहन एवं राज मार्ग, जहाजरानी मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज कानपुर और बिठूर के 20 घाटों का लोकार्पण किया। इन घाटों का निर्माण 18 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कानपुर के चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में ‘नमामि गंगे’ परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गंगा जी मात्र नदी नहीं है, बल्कि यह हमारी अस्मिता एवं संस्कृति का प्रतीक है। गंगा जी को स्वच्छ एवं अविरल बनाए रखने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को सकारात्मक सोच के साथ गंगा जी की निर्मलता बनाए रखने के लिए आगे आना होगा। इस चुनौतीपूर्ण कार्य में प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है। प्रयाग कुम्भ-2019 के दृष्टिगत 15 दिसम्बर, 2018 के पश्चात किसी भी नाले का गंदा पानी गंगा जी में प्रवाहित नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले कानपुर से इलाहाबाद के बीच गंगा जी को निर्मल बनाना है।
गंगा जी की अविरलता को बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री जी ने केन्द्रीय मंत्री को गंगा जी एवं यमुना जी के किनारे एक किलोमीटर के अन्तराल पर बड़े जलाशय बनाए जाने का सुझाव दिया। नदी में पानी कम होने पर इन जलाशयों से पानी छोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अगले वर्ष गंगा जी एवं यमुना जी के तटवर्ती क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण कराया जाएगा। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार ‘नमामि गंगे’ परियोजना में सहयोग के लिए संकल्पित है।
केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण, सड़क परिवहन एवं राज मार्ग, जहाजरानी मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘नमामि गंगे’ में कुल 20,000 करोड़ रुपए के बजट में उत्तर प्रदेश हेतु 8900 करोड़ रुपए की परियोजनाएं स्वीकृत/संचालित हैं। इनमें से कानपुर में 2200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को आश्वस्त करते कहा कि ‘नमामि गंगे’ परियोजना सहित कुम्भ के आयोजन हेतु धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गंगा जी को प्रदूषित करने वाले 10 शहरों में कानपुर प्रथम है। कानपुर अपने कचरे का उपयोग करते हुए बायो सी0एन0जी0 बनाकर प्रदेश में 5000 बसें संचालित कर सकता है। इसके लिए केन्द्र सरकार हर सम्भव सहायता करेगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कानपुर की टेनरी का पानी सीधे गंगा जी में न जाए, इसके लिए इसी माह के अन्त तक एस0टी0पी0 का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। साथ ही, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे 5000 करोड़ रुपए की लागत का कार्य भी शीघ्र प्रारम्भ हो जाएगा। इससे सम्बन्धित सर्वे आदि का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से कानपुर से लखनऊ पहुंचने में मात्र 40 मिनट लगेंगे।
केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण राज्यमंत्री श्री सत्यपाल के अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में गंगा जी को प्रदूषणमुक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर कानपुर में आज ‘गंगा टास्क फोर्स’ का शुभारम्भ किया गया। शीघ्र ही, कानपुर एवं वाराणसी में गंगा जी को निर्मल बनाने के लिए ‘गंगा टास्क फोर्स’ द्वारा कार्य किया जाएगा।
कार्यक्रम को प्रदेश के शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश खन्ना तथा सांसद डाॅ0 मुरली मनोहर जोशी ने भी सम्बोधित किया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सीसामऊ नाले का निरीक्षण किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री जी ने चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।