लखनऊः उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आयुष्मान योजना के चार साल पूरे होने पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिये प्रदेश भर में कल से 30 सितंबर तक ‘आयुष्मान पखवाड़ा‘ मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जरूरतमंद लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मुहैया कराने के लिये यह विशेष अभियान चलाया जाएगा। 23 सितंबर 2022 को योजना के 04 साल पूरे हो रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि आयुष्मान पखवाड़े के अंतर्गत समस्त जनपदों के सार्वजनिक स्थलों पर कैंप लगाए जाएंगे। इस दौरान पात्र के निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। छूटे पात्र परिवारों का कैंप के माध्यम आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। प्रत्येक गांव में चिह्नित कर पात्र परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना का विस्तार हो रहा है। अभियान के दौरान लाभार्थियों को चिह्नित किया जाएगा जो प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान यानी आयुष्मान भारत योजना के पात्र हैं लेकिन अभी तक उनका आयुष्मान कार्ड नहीं बन सका। 15 सितंबर से प्रदेश के सभी जिलों में आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित हो रहा है।यह अभियान 30 सितंबर 2022 तक चलेगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव में दस्तक देगी और कैंप आयोजित करेगी। जो पात्र हैं उनका वहीं पर आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाएगा। कल से प्रत्येक गांव में पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र जैसे सार्वजनिक स्थलो पर कैंप आयोजित किया जाएगा। जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। कैंप के पहले आशा कार्यकर्ता द्वारा कैंप स्थल की सूचना ग्रामीणों को दी जाएगी। आशा बहनों द्वारा गांवों एवं वॉर्ड के चिह्नित परिवारों को कैंप स्थल की जानकारी दी जाएगी। कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड, परिवार का राशन कार्ड या परिवार रजिस्टर की फोटोकॉपी लगानी होगा।
उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए मंडल व जनपद स्तर पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। निर्देश दिया गया है कि आमजन से जुड़ी इस योजना की जानकारी लोगों तक पहुंचे, इसका विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए बैनर, सोशल मीडिया, पंफलेट आदि के जरिए जानकारी भी दी जाए। इस योजना के तहत लाभार्थी प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है। इलाज सरकारी अस्पतालों के साथ साथ आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध निजी अस्पताल में भी कराया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड बनवाने का कोई शुल्क नहीं लगना है यह पूरी तरह से मुफ्त है। लाभार्थियों की सूची शासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग को भेज दी गई है। इसी सूची के आधार पर गांवों में पहुंचकर स्वास्थ्यकर्मी आयुष्मान कार्ड बनाने का काम करेंगे।
प्रदेश में योजना के अंतर्गत अब तक 48 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं, जिनमें कम से कम एक लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है। जबकि 27 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है। आयुष्मान पखवाड़ा का लक्ष्य है कि शत प्रतिशत पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं।