मथुरा: थाना सदरबाजार वर्ष 2014 से रामवृक्ष यादव के नेतृत्व में करीब ढाई-तीन हजार पुरूष महिलाएं एवं बच्चे स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह के वैनर तले जवाहर बाग में थे ।
उद्यान विभाग के कार्यालयों तथा आवासीय भवनों में अनाधिकृत कब्जा कर एवं झोपड़ी एवं टेंट लगाकर अपने आवास बना लिये गये थे तथा जवाहर बाग की सम्पत्ति को काफी नुकसान पहंुचाया जा रहा था ।
श्री विजयपाल सिंह तोमर अधिवक्ता द्वारा माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में जनहित याचिका सं0 28807/2015 योजित की गयी जिसमें मा0 न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा दिनांक 20-05-2015 को इन अवैध कब्जाधारियों से जवाहरबाग को खाली कराने हेतु आदेश जारी किया गया ।
दिनांक 02-06-2016 को समय करीब 17.00 बजे मा0 न्यायालय के आदेश के अनुपालन में कई थानों की पुलिस पीएसी आदि के साथ कार्यवाही हेतु जवाहरबाग के पास एकत्र हुए ।
उपद्रवियों ने सैकड़ों महिलाओं को लाठी डंडे के साथ आगे कर दिया तथा पुरूष उपद्रवी नाजायज असलहों के साथ पीछे मोर्चा ले लिये ।
रामवृक्ष यादव व चन्दन बोस, रिंकू, अमित, रामपाल, धीरज सिंह, वीरेश यादव, राकेश गुप्ता, लक्ष्मन पासी, सुन्दरलाल, मुन्नी लाल आदि ढाई तीन हजार पुरूष एवं महिलाओं ने उत्तेजित होकर पुलिस बल पर जान से मारने की नीयत से ईंट पत्थर व हथगोले फेंकने शुरू कर दिये व नाजायज असलहों से फायरिंग कर दी।
थानाध्यक्ष फरह श्री संतोष कुमार यादव गोली लगने से गम्भीर रूप से घायल हो गये तथा श्री मुकुल द्विवेदी पुलिस अधीक्षक नगर, नगर मजिस्ट्रेट श्री राम अरज यादव, व कां0 भूपेन्द्र, कां0 पवन कुमार, कां0 राधाशंकर, कां0 वीरविक्रम, कां0 श्रीनिवास, कां0 बृजेश, कां0 राजकुमार यादव, कां0 असेन्द्र कुमार, कां0 हरीश कुमार पाण्डेय, कां0 संजीव कुमार, कां0 तेजेन्द्र कुमार सिंह, कां0 विद्याकांत, मु0आ0 श्रीनिवास, उ0नि0 प्रबल प्रताप, उ0नि0 विपिन कुमार व अन्य पुलिस कर्मी गम्भीर रूप से घायल हो गये ।
नगर मजिस्ट्रेट श्री रामअरज यादव एवं पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा चेतावनी दी गयी परन्तु उनके द्वारा चेतावनी का कोई असर न होने पर फायर बिगे्रड द्वारा मौसम के अनुकूल पानी की बौछार कराई गयी, किन्तु उनके द्वारा लगातार पथराव व फायरिंग करने पर नगर मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार न्यूनतम बल प्रयोग करते हुए आत्मरक्षार्थ, अश्रुगैस, रबरबुलेट, एन्टी राइट गन का प्रयोग करते हुए इन लोगों को शांत कराने का प्रयास किया गया लेकिन ये लोग और अधिक उत्तेजित होकर ताबड़तोड फायरिंग करने लगे । पुलिस बल द्वारा पम्प ऐक्सन गन एवं सरकारी
असलहों से हवाई फायरिंग कर उपद्रवियों को तितर बितर करने का प्रयास किया गया ।
सूचना पर तत्काल जिलाधिकारी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मथुरा मौके पर अतिरिक्त पुलिस के साथ पहंुचे और उपद्रवियों को दुबारा चेतावनी दी गयी । उपद्रवियों के नेताओं ने अपने लोगों को ललकार कर कहा की झोपड़ियों में आग लगाकर पीछे मोर्चा ले लो। झोपड़ियों में आग लगाते ही विस्फोट होने लगे जिसमें उनके कुछ व्यक्ति झुलस गये ।
इस घटना के संबंध में थाना सदर बाजार पर मु0अ0सं0 242/16 धारा 147/148/149/307/302/ 332/ 333/ 353/186/188 भादवि व 7 सीएलए एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया ।
घटना में 22 उपद्रवियों की मृत्यु हुई है जिसमें 11 लोग आग में झुलसने एवं 11 लोगों की लाठी डंडों की चोटों से मृत्यु हुई है । मृतकों में एक महिला है ।
श्री मुकुल द्विवेदी अपर पुलिस अधीक्षक नगर एवं श्री संतोष कुमार यादव थानाध्यक्ष फरह शहीद हुए है ।
23 पुलिस कर्मियों को फायर आम्र्स एवं लाठी डंडों की चोटें आयी हैं । 56 उपद्रवी घायल हुए हैं । सभी घायलों का उपचार कराया जा रहा है ।
अब तक कुल 368 अभियुक्त गिरफ्तार किये गये हैं जिसमें 58 अभियुक्त अभियोग से सम्बन्धित है तथा 310 व्यक्ति शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं ।
आपरेशन के दौरान 45 तमंचे 315 बोर, 02 तमंचे 12 बोर, 01 रायफल नम्बरी 315 बोर, 01 रायफल 12 बोर, 04 रायफल 315 बोर, 80 जीवित एवं खोखा कारतूस 12 बोर, 99 जीवित एवं खोखा कारतूस 315 बोर एवं 05 खोखा कारतूस 32 बोर बरामद हुए है ।
शहीद पुलिस अधिकारियों को पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 श्री जावीद अहमद एवं प्रमुख सचिव गृह श्री देवाशीष पंडा, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, उ0प्र0 श्री दलजीत चैधरी सहित पुलिस/प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुलिस लाइन में श्रद्धाजंलि अर्पित की गयी ।