रक्षाबंधन का त्यौहार जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, राखी भेजने का कार्य भी उतना ही तेज हो गया है। कोरोना संक्रमण के बीच इस बार की राखी भी अलग तरह से मनाई जा रही है। बहनें डाकघरों से स्पीड पोस्ट द्वारा अपने भाईयों को राखी भेज रही हैं तो भाई भी एडवांस में बहनों को गिफ्ट भेज रहे हैं। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण और बारिश के मौसम के बीच राखी सुरक्षित रूप में व तीव्र गति से भेजी जा सके, इसके लिए डाक विभाग ने विशेष प्रबन्ध किये हैं। राखी त्यौहार के मद्देनजर रविवार (2 अगस्त) को भी राखी डाक का पोस्टमैनों द्वारा वितरण किया जायेगा, ताकि किसी भाई की कलाई सूनी न रहे।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र के डाकघरों से 12 हजार से ज्यादा वाटरप्रूफ डिजायनर राखी लिफाफों की बिक्री हो चुकी है। डाक विभाग इन लिफाफों पर कोरोना से बचाव के स्लोगन इस्तेमाल करके लोगों को कोविड 19 के प्रति जागरूक भी कर रहा है। पूर्व वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष डाक द्वारा राखी भेजने की तादाद बढ़ी है, क्योंकि कोविड 19 के चलते तमाम बहनें अपने भाईयों के पास नहीं पहुँच पा रही हैं। अकेले लखनऊ के डाकघरों से अब तक एक लाख से ज्यादा राखी डाक भेजी जा चुकी हैं, वहीं लगभग दो लाख राखी डाक का लखनऊ में वितरण किया जा चुका है। इस साल एक नया ट्रेंड भी देखने को मिल रहा है कि बहनें राखियों के साथ भाईयों को मास्क, सैनिटाइजर व गिलोय भी भेज रही हैं।
डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि, बंद ट्रेन संचालन व अन्य ट्रांसपोर्ट साधनों के सीमित आवागमन के मद्देनजर डाक विभाग ने अपना स्वयं का रोड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क तैयार किया है, ताकि राखी सहित तमाम डाक को तेजी से आगे भेजा जा सके। देश के साथ-साथ विदेशों में भी स्पीड पोस्ट द्वारा राखी भेजी जा रही है। संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में रह रहे अपने भाईयों को बहनें स्पीड पोस्ट द्वारा राखी भेज रही हैं।
चीफ पोस्टमास्टर, लखनऊ जीपीओ श्री आर.एन यादव ने बताया कि राखी डाक की स्पेशल सॉर्टिंग के साथ-साथ इनका त्वरित वितरण भी सुनिश्चित किया जा रहा है। राखी पर्व के चलते सामान्य दिनों से डाक लगभग दुगुनी हो गई है। प्रवर अधीक्षक रेल डाक सेवा, लखनऊ श्री बीपी त्रिपाठी ने बताया कि, राखी पोस्ट की सॉर्टिंग हेतु आरएमएस में स्पेशल सेट चलाये जा रहे हैं, ताकि डाक को तेजी से गंतव्य हेतु रवाना किया जा सके।