लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन की संसद में चर्चा के दौरान अचानक भारतवंशी मंत्री आलोक शर्मा की तबीयत खराब हो गई। एहतियात के तौर पर उनकी कोरोना वायरस जांच की गई है। व्यापार मंत्री आलोक शर्मा के प्रवक्ता ने बताया, ‘निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में बुधवार को कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी एंड गवर्नेंस बिल पर चर्चा हो रही थी। शर्मा मंत्रियों के लिए निर्धारित डिस्पैच बॉक्स में थे। तभी वह असहज महसूस करने लगे और उन्हें पसीना आने लगा। उनकी कोरोना जांच की गई है और एहतियातन उन्होंने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया है।’
कार्यवाही के वीडियो में लेबर पार्टी के सैडो व्यापार मंत्री एड मिलिबैंड 52 वर्षीय शर्मा को पानी का ग्लास देते देखे गए। अगर शर्मा कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं तो ब्रिटिश सरकार की गाइडलाइन के तहत उनके दो मीटर की परिधि में आने वाले और 15 मिनट तक पास रहने वाले लोगों को सेल्फ आइसोलेशन में भेजा जाएगा।
शर्मा उन सांसदों में शामिल थे जो मंगलवार को अपना वोट डालने के लिए घंटों लाइन में लगे थे। उनकी तबीयत खराब होने और कोरोना वायरस की जांच के बाद सांसदों ने डिजिटल वोटिंग खत्म करने को लेकर चिंता जताई है।
विश्वभर में बढ़ रहे कोरोना के संक्रमित
वहीं, दूसरी ओर विश्वभर में कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे है। अमेरिका जैसे दुनिया के कई देशों में जहां कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा, वहीं न्यूजीलैंड और फिनलैंड में यह महामारी खत्म होती प्रतीत हो रही है। न्यूजीलैंड में लगातार 13वें दिन कोई नया मामला सामने नहीं आया। जबकि फिनलैंड में मध्य मई में स्कूलों को खोले जाने के बावजूद संक्रमण में गिरावट देखी जा रही है। इस यूरोपीय देश में रेस्तरां, लाइब्रेरी, थिएटर और स्पोर्ट कांप्लेक्स भी खोल दिए गए हैं। यूरोप में स्पेन, ब्रिटेन, इटली, जर्मनी और फ्रांस कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हैं। हालांकि अब इन यूरोपीय देशों में भी नए मामलों में कमी देखी जा रही है। 50 लाख की आबादी वाले न्यूजीलैंड में कोरोना संक्रमण का सिर्फ एक ज्ञात मामला है। हालांकि अधिकारियों ने यह आशंका जताई है कि सीमाओं को खोले जाने से दूसरी जगहों से संक्रमित लोग आ सकते हैं। जागरण