नई दिल्ली: देश के दो बड़े विश्वविद्यालयों में राष्ट्र विरोधी नारेबाजी और इसको लेकर मचे बवाल के बीच गुरुवार को सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में तिरंगा फहराना अनिवार्य कर दिया गया है।
दिल्ली में कुलपतियों की बैठक में बिहार यूनिवर्सिटी के वीसी के इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है, जिसके बाद सबसे पहला राष्ट्रध्वज जेएनयू में ही फहराया जाएगा। सभी विश्वविद्यालयों में ये तिरंगे रोज फहराए जाएंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आदेश दिया है कि देश की सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 207 फुट ऊंचे पोल पर 125 किलोग्राम वजन वाला राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाए। आदेश में कहा गया है कि ऐसा सबसे पहला झंडा दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में ही लगाया जाएगा।
कुलपतियों की बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण सुझाव भी आए हैं। इनमें छात्रों की बेहतर शिक्षा के लिए सीनियर छात्रों की देखरेख में पढ़ाई भी शामिल है। इसके साथ ही कैंपस में भेदभाव खत्म करने के साथ ही ऐसी किसी शिकातय के त्वरित समाधान के लिए हर यूनिवर्सिटी में anti discrimination officer भी नियुक्त किया जाएगा।
दूर-दराज के बच्चों के लिए ऑनलाइन एडमिशन की सुविधा और उच्च शिक्षा में ग्रॉस एनरोलमेंट राशन बढ़ने के लिए दो पाली में वर्गों के संचालन की भी बात की गई है। इसके अलावा कई नए अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम, अंग्रेजी के अलावा राज्य में प्रचलित भाषा में भी बच्चों को पढ़ाए जाने और दिशा-निर्देश के लिए Guidance and counselling centre बनाए जाने की भी वकालत की गई है।