लखनऊ: नेपाल में आए विनाशकारी भूकम्प के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सभी मण्डलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि नेपाल को भेजी जाने वाली राहत सामग्री में भूकम्प पीडि़तों की जरूरत के अनुसार वस्तुओं को वरीयता दी जाए। इस क्रम में टेण्ट, गद्दे, तिरपाल, कम्बल, पानी शुद्धिकरण की दवाइयां, स्वच्छता किट, बर्तन एवं अन्य इसी प्रकार की सामग्रियों को वरीयता देते हुए राहत सामग्री भेजी जा रही है।
यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि नेपाल में आए भूकम्प के मद्देनजर राहत सामग्री के रूप में अब तक सोनौली इण्डो-नेपाल बार्डर हेाते हुए कुल 466 ट्रक जिसमें 214 ट्रक खाद्य सामग्री (चावल, दाल, आटा, आलू, प्याज, नमक इत्यादि), 123 ट्रक बिस्किट एवं अन्य ड्राईफूड, 61 ट्रक मिनरल वाटर, 11 ट्रक मैगी/नूडल्स इत्यादि, 14 ट्रक दवाइयां/क्लीनिकल सामग्री एवं 42 ट्रक कम्बल/त्रिपाल/टेण्ट तथा 1 ट्रक बर्तन नेपाल भेजे गये हैं।
भूकम्प पीडि़तों को राहत प्रदान करने हेतु 35,912 कम्बल, 15,704 त्रिपाल/प्लास्टिक शीट्स, 3,466 तौलिया, 1,305 चटाई, 2500 टार्च तथा 864 सोलर लालटेन तथा 04 कुन्तल रस्सी भी भेजी गयी हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अनेक जनपदों से राहत सामग्री एकत्रित होकर गोरखपुर सोनौली रूट से नेपाल पहुंच रही है। यह सामग्री मुख्यतः लखनऊ, शाहजहांपुर, संतकबीर नगर, मुरादाबाद, मेरठ, सीतापुर, हरदोई, फैजाबाद, आगरा, बनारस, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर, बस्ती, बिजनौर, गाजियाबाद, शामली एवं बागपत जनपद से है। मण्डी परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा अब तक उपलब्ध कराये गये 2,841.17 कुन्तल खाद्यान्न- आटा, चावल, आलू, प्याज इत्यादि सामग्री नेपाल भेजी जा चुकी है।
प्रवक्ता के अनुसार अब तक उ0प्र0 परिवहन निगम की बसों से काठमाण्डू एवं भैरहवा/सोनौली से कुल मिलाकर 12,316 भूकम्प पीडि़त व्यक्तियों को गोरखपुर लाया जा चुका है। वापस आने हेतु अब बहुत कम भूकम्प पीडि़त शेष रह गये हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि निजी वाहनों एवं प्राइवेट साधनों से सोनौली वापस आये लगभग 8,327 भूकम्प पीडि़तों को सम्मिलत करते हुए अभी तक लगभग 20,643 भूकम्प पीडि़त गोरखुपर आकर ट्रेन/उ0प्र0, परिवहन निगम की बसों/प्राइवेट साधनों से अपने गन्तव्य स्थल को प्रस्थान कर चुके हैं।
प्रवक्ता के अनुसार स्वयंसेवी संस्थाओं, अन्तर्राष्ट्रीय स्वयं सेवी संस्थाओं एवं नागरिकों द्वारा व्यक्तिगत रूप से राहत सामग्री नेपाल ले जाने की दशा में निर्धारित प्रक्रिया अपनाने पर किसी भी प्रकार का सीमा शुल्क देय नहीं होगा। इसके अतिरिक्त कोरियर/पार्सल द्वारा भी सीधे ‘भूकम्प राहत हेतु’ अंकित कर ष्ळवअमतदउमदज व िछमचंसष् को सम्बोधित करते हुए राहत सामग्री भेजी जा सकती है जिस पर किसी भी प्रकार का शुल्क अथवा कर देय नहीं होगा।
राज्य सरकार से भूकम्प पीडि़तों के सहायतार्थ अनेक निजी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सामान्य नागरिकों ने राशन, खाद्य सामग्री, कपड़े, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुएं एवं श्रमदान करने हेतु सम्पर्क किया है, जिसे नेपाल सरकार से समन्वय स्थापित कर हस्तान्तरित कराया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को सहयोग हेतु इच्छुक संस्थाओं व व्यक्तियों से समन्वय स्थापित कर राहत सामग्री की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये गए है। इस हेतु इच्छुक संगठन एवं सामान्य नागरिक उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण पिकप भवन गोमती नगर में 24 घंटे सक्रिय कंट्रोल रूम फोन नम्बर 0522-4915703, 4915707, 2306882 पर सीधे भी सूचना दे सकते हंै।
प्रवक्ता ने कहा कि आर्थिक सहायता देने के इच्छुक व्यक्ति ‘मुख्यमंत्री पीडि़त सहायता कोष, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के नाम चेक अथवा बैंक ड्राफ्ट जो लखनऊ में देय हो, मुख्यमंत्री कार्यालय लेख अनुभाग-2 तृतीय तल, एनेक्सी भवन, लखनऊ भेज सकते हंै। आर्थिक सहायता सेंट्रल बैंक, शाखा-कैंट, लखनऊ के खाता सं0 1378820696 में सीधे भी हस्तांतरित की जा सकती है।