लखनऊः: प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार की ग्रिड संयोजित रूफटॉप सोलर पावर प्लांट योजना उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (नेडा)तथा उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के सहयोग से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए संचालित की जा रही है। अब इस योजना के तहत अनुदान प्राप्त करना आसान हो गया है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि0 के प्रबंध निदेशक श्री सूर्यपाल गंगवार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना में 19 मेगावाट का लक्ष्य इस डिस्कॉम को आवंटित किया गया है, जिसमें अभी तक 7.75 मेगावाट का लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है। यह परियोजना ‘पहले आओ पहले पाओ’ की तर्ज पर संचालित की जा रही है, जिसकी अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2021 है।
श्री गंगवार ने बताया कि जो उपभोक्ता सोलर ऊर्जा अपने घरों में लगवाना चाहते हैं।वे न्च्च्ब्स्ण्व्त्ळ की वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से संयोजन हेतु आवेदन कर सकते हैं। परियोजना संचालन हेतु यूपी नेडा द्वारा 71फर्म को अधिकृत किया गया है, जो इस योजना का ग्रामीण स्तर तक परिचालित कर रही है। उन्होंने बताया कि आवासीय परिसरों/भवनों पर केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की तरफ से सोलर उपभोक्ताओं को अनुदान प्रदान किया जा रहा है। यह अनुदान 01 किलोवाट से 10 किलोवाट तक के घरेलू सोलर संयोजनो के लिए उपलब्ध है तथा 10 किलोवाट से बड़े घरेलू सोलर संयोजन हेतु अतिरिक्त भार का वहन उपभोक्ताओं द्वारा स्वयं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 01 किलोवाट से 03 किलोवाट तक क्षमता के घरेलू सोलर संयोजन हेतु केंद्रीय अनुदान 40 प्रतिशत है तथा राज्य सरकार द्वारा इस पर 15000 रू0 प्रति किलोवाट अनुदान दिया जा रहा है। 03 किलोवाट से अधिक एवं 10 किलोवाट तक के सोलर उपभोक्ताओं के लिए 03 किलोवाट तक 40 प्रतिशत एवं अतिरिक्त 07 किलोवाट पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है। वहीं इस पर राज्य सरकार द्वारा भी अधिकतम 30 हजार रूपए का अनुदान उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है।