निर्माता एकता कपूर ने महामारी के कारण उत्पन्न लॉकडाउन के इस खतरनाक समय के दौरान भय और अव्यवस्था के अंधेरे के बीच आशा की रोशनी प्रदान की है। एकता ने ज़रूरत के विभिन्न क्षेत्रों में अपना समर्थन बढ़ाया है।
हालांकि, निर्माता के अच्छे कामों की सूची यहीं समाप्त नहीं होती है। निर्माता को 8 मई के दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक लाइव स्ट्रीम में देखा गया था, जहाँ वह ग्लोबल ह्यूमेनिटेरियन और आध्यात्मिक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के साथ बहुत बातचीत करते हुए नज़र आई।
इस दौरान एकता ने गुरुदेव से कुछ बेहद ही व्यावहारिक सवाल पूछे थे। निर्माता ने कर्मा के विषय पर कुछ स्पष्टता प्राप्त करते हुए उनसे पूछा,”तो कर्मा की क्या भूमिका है? अगर हर कोई अपना भाग निभा रहा है, तो कर्मा का जन्म कहा से हो रहा हैं? कर्मा संयोग से परे है। यह वही है जो हम करते हैं।” जिस पर श्री श्री रविशंकर ने जवाब दिया,”सही कहा। अतीत में जो कुछ हुआ है वह कर्मा का नतीजा है। अभी आगे क्या करना है…हमारे मन को हम जितना क्लीन रखते है, क्लियर रखते है, इस बात को समझ लेते, जिस क्षण आप समझ जाते हैं कि यह कर्मा का नतीजा है, तो पहले से ही आप स्वतंत्र हैं। आप यहां पसंद के संयोजन के साथ आए हैं जिसे आपको सहना होगा। कुछ तो चॉइस है और कुछ अपना प्रारब्ध है। “
एकता कपूर और गुरुदेव ने विकास, यौन अपराध, प्यार और जीवन में मूल्य जोड़ने जैसे कई मिश्रित विषयों को भी कवर किया है। इस बातचीत ने वास्तव में दर्शकों की आँखें खोल दीं और ऐसे विभिन्न विषयों को हाईलाइट किया है जिनके बारे में हम दिन-प्रतिदिन बेहद कम बात करते हैं।
जब एकता ने गुरुदेव से पूछा कि क्या वे जीवन के बाद वाले जीवन में विश्वास करते हैं, तो उन्होंने उत्तर दिया, “विश्वास नहीं, मैं जानता हूं। विश्वास उसमें करना पड़ता है जिसके बारे में हम जानते नहीं।”
एकता कपूर की बदौलत दर्शकों को इस तरह के एक दिलचस्प और मनोरंजक बातचीत का अनुभव करने का मौका मिला। वह वास्तव में ऐसे कठिन समय के दौरान आशा का प्रतीक है और इस सब के बीच सकारात्मकता की खुराक सभी दर्शकों के लिए वास्तव में बहुत उत्साहजनक है।