नई दिल्ली: आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों पर PM नरेंद्र मोदी को चुनाव आयोग से क्लीन चिट मिल गई है. EC के अनुसार पीएम मोदी ने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है. कांग्रेस ने आयोग से पीएम मोदी की शिकायत की थी.
1 अप्रैल को महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण में आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन की शिकायत के संबंध में आयोग का विचार है कि इस मामले में किसी तरह का उल्लंघन नहीं हुआ. पीएम मोदी पर आरोप था कि महाराष्ट्र के वर्धा में 1 अप्रैल को एक चुनावी भाषण में उन्होंने सेना के नाम पर वोट मांगा था. इसके बाद उस मामले में उनके खिलाफ शिकायत की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा आदर्श आचार संहिता का कथित रूप से उल्लंघन करने के मामले में कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव की याचिका पर मंगलवार को निर्वाचन आयोग से जवाब मांगा है. याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन दोनों नेताओं ने कथित रूप से नफरत फैलाने वाले भाषण देकर और ‘राजनीतिक प्रचार’ में सैन्य बलों का उपयोग करके आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आयोग इस मामले में आवश्यक आदेश पारित करने के लिए स्वतंत्र है. अदालत इस मामले पर गुरुवार को फिर से सुनवाई करेगी. वर्धा में पीएम मोदी ने वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा था.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर वोट-बैंक की राजनीति करने के लिए ‘हिंदू आतंक’ शब्द को उछालने और करोड़ों हिंदुओं को आतंकवादी की तरह पेश कर उनकी भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया. मोदी ने कहा था, ‘हमारे 5,000 वर्ष पुराने संस्कृति में, यह पहली बार है कि कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शांतिपूर्वक रहने वाले हिंदुओं को आतंवादी कहने का पाप किया और पूरी दुनिया के सामने उनकी छवि धूमिल करने का काम किया.’ Source TV9 भारतवर्ष