लखनऊ: जनपद वाराणसी में ओवरऑल टूरिज्म डेवलपमेंट योजना के अंतर्गत विभिन्न पावन पंथों का निर्माण 24.34 करोड़ रुपये की धनराशि से कराया जा रहा है। इसके अलावा पंचकोसी परिक्रमा यात्रा मार्ग का पर्यटन विकास 39.21 करोड़ रुपये की धनराशि से कराया जा रहा है। इसी प्रकार जनपद मिर्जापुर में विन्ध्यवासिनी कॉरिडोर का निर्माण 127.29 करोड़ रु0 की धनराशि से कराया जा रहा है।
यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने आज अपने आवास पर दी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण पर्यटन क्षेत्र में पैनल ऑफ कन्सलटेन्ट चयनित कर ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी प्रकार इको टूरिज्म को प्रोत्साहित करने के लिए इको टूरिज्म बोर्ड का गठन कर लिया गया है। इसके अंतर्गत एक राष्ट्रीय उद्यान,
11 वन्यजीव अभ्यारण्य, 24 पक्षी अभ्यारण्य तथा 09 इकोटूरिज्म सर्किट भी विकसित किये जायेंगे।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि ब्रजतीर्थ विकास परिषद ने चालू वित्तीय वर्ष में सड़क एवं परिवहन राजमार्ग भारत सरकार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों के साथ दिल्ली में साझा बैठक कर ब्रज में 84 कोसी परिक्रमा पथ निर्माण कराने के साथ-साथ लम्बित योजनाओं को लागू कराया गया।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि हॉल में ही सम्पन्न संघाई सहयोग संगठन ने काशी को पर्यटन एवं संास्कृतिक राजधानी घोषित किया है। इस संघ में 08 देश शामिल हैं। इन देशों के प्रतिनिधि मण्डल को अगले वर्ष 16 जनवरी को वाराणसी भ्रमण पर आने की सम्भावना है, ये देश काशी की प्राचीनता, सांस्कृतिक महत्व एवं अन्य गतिविधियों से परिचित होंगे, इसके लिए मा0 मुख्यमंत्री जी ने काशी को सजाने एवं संवारने तथा स्वच्छ बनाने के निर्देश दिए हैं। इन 08 देशों में रूस, चीन, तजकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान तथा भारत शामिल हैं।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि अगले माह अक्टूबर एवं नवम्बर में कई त्योहार पड़े रहे हैं। वाराणसी के प्रसिद्ध रामलीला के 200 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके साथ ही नवम्बर में देव दीपावली का आयोजन होगा, जिसमें देश-विदेश से घरेलू एवं विदेशी पर्यटक आयेंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग को पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके माध्यम से उ0प्र0 के पर्यटन की ब्राण्डिंग एवं मार्केटिंग किए जाने का प्रयास किया जायेगा।