लखनऊः उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा है कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ जी के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश के पूर्वी हिस्से में विभिन्न विकास योजनाएं तेजी से लागू की जा रही हैं। प्रदेश की जनता इन योजनाओं के लागू होने से बदलाव महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा पूर्वांचल के विकास के लिए सिंचाई के लिए पर्याप्त जल की आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा जल संरक्षण एवं संचयन के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
डा0 महेन्द्र सिंह आज गोरखपुर विश्व विद्यालय के जन्तु विभाग में पूर्वांचल विकास बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित पूर्वांचल का सतत विकास-पूर्वी उ0प्र0 के लिए एक पहल राष्ट्रीय वेबीनार व संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के अब तक कार्यकाल में पूर्वांचल के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं तैयार की गई हैं और उनको जमीन पर उतारने के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा एवं पहल पर प्रदेश में अटल भू-जल मिशन, पर-ड्राॅप-मोर-क्राॅप जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है।
जल शक्ति मंत्री ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि जल प्रकृति की अनमोल धरोहर है। जल है तो कल है। इस बहुमूल्य सम्पदा को भावी पीढ़ी को सुरक्षित सौंपने के लिए जल का विवेकपूर्ण उपयोग जरूरी है। इसलिए सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा भूगर्भ जल एवं जल संरक्षण एवं सम्वर्धन के लिए आम जनता को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही रेन वाटर हार्वेंस्टिंग को अनिवार्य बनाया जा रहा है। इसके अलावा पूर्वांचल व बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र के संकटग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है।