देहरादून: प्रदेश के श्रम, सेवायोजन एवं एम0एस0एम0ई0 मंत्री, हरीश चन्द्र दुर्गापाल की अध्यक्षता में विधान सभा स्थित सभागार में सरकारी तथा प्राइवेट चीनी मिलों में कार्यरत कर्मकरों एवं संगठनों की समस्याओं के संबंध में त्रिदलीय समिति की बैठक संपन्न हुई जिसमें शासन के अधिकारी, चीनी मिलों के संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक में डोईवाला, किच्छा आदि शुगर मिलों के सभी प्रतिनिधियों ने चीनी मिलों में शुगर वेजबोर्ड में कार्यरत कर्मकारों के वेतन पुनरीक्षित किये जाने के संबंध में प्रस्ताव रखा। श्रम मंत्री श्री दुर्गापाल ने श्रमिकों के प्रतिनिधि एवं श्रमिकों की समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुना तथा संबन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिय,े जिसके तहत शुगर वेजबोर्ड में कार्यरत कर्मकारों के वेतन पुनरीक्षण हेतु श्रमायुक्त/गन्ना आयुक्त आनन्द श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक 5 सदस्यीय उप समिति बनाने के निर्देश दिये, जिसमें शुगर मिल मैनेजमैंट, सरकारी मिल, प्राइवेट मिल, वित्त विभाग से एक-एक सदस्य तथा महाप्रबन्धक उत्तराखण्ड शुगर फेडरेशन को उप समिति में सदस्य के रूप में नामित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह समिति शीघ्र ही बैठक कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी जिसके बाद पुनः उनकी अध्यक्षता में बैठक आहूत की जायेगी।
उन्होंने शुगर वेजबोर्ड गठित उप समिति के अध्यक्ष गन्ना आयुक्त डाॅ0 आनन्द श्रीवास्तव तथा महाप्रबन्धक फेडरेशन को निर्देश दिये की पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में संचालित चीनी मिलों में कार्यरत शुगर वेजबोर्ड श्रमिकों के वेजबोर्ड का अध्ययन कर, उनका संकलन किया जाये तथा उनको शामिल करते हुए उत्तराखण्ड में संचालित चीनी मिलों में कार्यरत वेजबोर्ड श्रमिकों के संबंध में वेतन पुनरीक्षण के प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र आयोजित होने वाली बैठक में रखी जाये।
बैठक में अपर सचिव श्रम एवं सेवायोजन पंकज कुमार पाण्डेय, महाप्रबन्धक उत्तराखण्ड शुगर ए0के0भट्टाचार्य, उपाध्यक्ष इंटक डोईवाला विनोद कुमार, महामंत्री इंटक किच्छा मनोज अग्रवाल, अध्यक्ष इंटक बांजपुर विशेष चन्द्र शर्मा, अध्यक्ष चीनी मिल नादेही, महामंत्री चीनी मिल मजदूर यूनियन उत्तम शुगर मिल अबलीश कुमार एवं अध्यक्ष इंटक चीनी मिल मजदूर संघ लक्सर शुगर मिल सादूदास सहित अन्य शुगर मिलों के अध्यक्ष भी उपस्थित थे।