लखनऊः प्रदेश की सहकारी गन्ना समितियों में कार्यरत कार्मिकों को फिर से खुशखबरी मिलने जा रही है, क्योंकि निबन्धक, सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियॉं द्वारा पॅचम एवं छठें वेतनमान की समितियों में कार्यरत कार्मिकों को भी अन्य गन्ना समितियों की तरह बढे़ हुए महॅगाई भत्ते का लाभ प्रदान किया गया है।
इस सम्बन्ध मंे विस्तृत जानकारी देते हुए प्रदेष के निबन्धक, सहकारी गन्ना समितियॉ, उ.प्र., श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा बताया गया कि, प्रदेष की सहकारी गन्ना समितियों में उच्चीकृत वेतनमान स्वीकृत किये जाने तथा उच्चीकृत वेतनमान में कार्यरत कार्मिकों के डी.ए. में बढ़ोत्तरी के बाद पॅचम एवं छठें वेतनमान की समितियों मंे कार्यरत कार्मिकों को भी मॅहगाई भत्ते की बढ़ी हुई किष्त की स्वीकृति प्रदान की गई है।
निबन्धक ने बताया कि, सहकारी गन्ना समितियों के कार्मिकों को बढे़ हुए महॅगाई भत्ते की किष्त का लाभ दिये जाने से पूर्व अन्य गन्ना समितियों की भॉति पॅचम एवं छठें वेतनमान वाली समितियों की वित्तीय स्थिति का आंकलन भी नियमानुसार करने के उपरान्त तथा समिति के आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए बढे़ हुए डी.ए. के भुगतान की स्वीकृति प्रदान की गई है।
यह भी उल्लेखनीय है कि, अभी हॉल ही में प्रदेश की सक्षम पाई गयी गन्ना समितियों में लागू छठे वेतनमान को उच्चीकृत कर सातवॉ वेतनमान अनुमन्य किया गया है। पॅचम एवं छठें वेतनमान में कार्यरत गन्ना समितियों के कर्मचारियों द्वारा अन्य सहकारी गन्ना समितियों की तर्ज पर महॅगाई भत्ते की बढ़ोत्तरी की उम्मीद जताई जा रही थी, क्योंकि महॅगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी के बाद उनकी सैलरी में भी खासा इजाफा होगा।
निबन्धक द्वारा समिति कार्मिकों के आर्थिक हितों मंे अभिवृद्धि करने के साथ-साथ समिति कार्मिकों से अपेक्षा भी की है कि, वह ‘‘गन्ना विभाग किसान के द्वार‘‘ की संकल्पना को साकार करने तथा विभाग की विश्वसनीयता अक्षुण्य रखने के उद्देष्य से पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन करें, साथ ही अपनी सहकारी समितियों को मजबूत करने हेतु सदैव प्रयासरत रहें।