देहरादून: यमुना कालोनी स्थित आॅफिसर्स क्लब में ऊर्जा आफिसर्स, सुपरवाईजर्स एंड स्टाफ एसोसिऐशन के ऊर्जा मंथन, संगोष्ठी व चतुर्थ क्षेत्रीय महाधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि
हमारी सबसे बड़ी जरूरत बिजली की है। बिजली के बिना कुछ नहीं हो सकता है। प्छिले कुछ समय में उत्पादन बढत्रा है परंतु इसे और अधिक बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाना है तो ऊर्जा विभाग से जुड़े लोगों में ऊर्जा का संचार करना होगा। इसकी जिम्मेदारी उच्चाधिकारियों की है कि विभागीय ढांचे के पुनर्गठन, समय पर डीपीसी जैसी बातों के लिए कर्मचारियों को अपना समय खर्च न करना पड़े। ये तो स्वतः ही होने चाहिए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें प्रतिदिन कुछ अतिरिक्त माईल स्टोन कवर करने की कार्य संस्कृति विकसित करनी होगी। कर्मचारियों को सुविधाएं, वेतन आदि के लिए राज्य की विŸाीय स्थिति को सुधारना होगा। इसमें ऊर्जा विभाग जैसे विभागों को कमाकर दिखाना होगा।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काउ, प्रमुख सचिव डा.उमाकंात पंवार, सीएम के मीडिया समन्वयक राजीव जैन, एमडी यूपीसीएल एसएस यादव, एमडी यूजेवीएनएल एसएन वर्मा, एसोसिएशन के अध्यक्ष ईपी ध्यानी सहित अन्य उपस्थित थे।