नई दिल्ली: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित मंत्रालय के परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम आयोजित किया।
इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में विशेष सचिव एवं महानिदेशक (वन) श्री सिद्धांत दास ने कहा कि स्वच्छता अभियान में बच्चों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने देश भर में फैले समस्त संरक्षित क्षेत्रों (पीए) को प्लास्टिक मुक्त एवं स्वच्छ बनाने के लिए अपनी ओर से प्रयास शुरू कर दिये हैं। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करने और एकल उपयोग वाले प्लास्टिक की संख्या को कम करने की जरूरत पर विशेष बल दिया, ताकि पर्यावरण स्वयं को स्वच्छ बनाने में समर्थ हो सके।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में अपर सचिव श्री ए.के. मेहता ने कहा कि ‘स्वच्छता’ दरअसल लोगों की अच्छी जिन्दगी एवं स्वास्थ्य से काफी निकटता से जुड़ी हुई है। उन्होंने यह बात रेखांकित की कि स्वच्छता भारतीय संस्कृति और परम्परा का एक अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कहा कि डॉ. हर्षवर्धन द्वारा लॉन्च किये गये ‘ग्रीन गुड डीड्स’ अभियान में पर्यावरण संरक्षण के लिए 10 छोटी-छोटी गतिविधियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों को भी इस अभियान से जोड़ा जाना चाहिए।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों को शपथ दिलाई गई और विद्यार्थियों की ‘हरित रैली’ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ दिल्ली स्थित स्कूलों के इको-क्लब के लगभग 200 विद्यार्थी भी उपस्थित थे।