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ईपीएफओ पेरोल डेटा: ईपीएफओ ने अप्रैल, 2022 के महीने में 17.08 लाख शुद्ध सब्सक्राइबर जोड़े

देश-विदेश

आज जारी ईपीएफओ के अनंतिम पेरोल डाटा में रेखांकित किया गया है कि ईपीएफओ ने अप्रैल, 2022 के महीने में कुल 17.08 लाख सब्सक्राइबर जोड़े हैं। पेरोल डाटा की साल-दर-साल की तुलना फरवरी, 2022 के महीने के दौरान कुल जोड़े गए सब्सक्राइबर की तुलना में अप्रैल, 2022 में कुल 4.32 लाख सब्सक्राइबर की वृद्धि दर्शाती है।

महीने के दौरान जोड़े गए कुल 17.08 लाख सब्सक्राइबर में से लगभग 9.23 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के तहत शामिल किया गया है। पिछले महीने की तुलना में अप्रैल, 2022 में नए सदस्यों की संख्या में 81,327 की वृद्धि हुई है। लगभग 7.85 लाख सब्सक्राइबर इसके दायरे से बाहर निकल गए, लेकिन अंतिम निकासी का विकल्प चुनने की बजाए अपने फंड को पिछले पीएफ खाते से वर्तमान पीएफ खाते में स्थानांतरित करने के द्वारा वे ईपीएफओ के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए। पेरोल डेटा पिछले चार महीनों के दौरान सदस्यों के बाहर निकलने की गिरावट को दर्शाता है।

पेरोल डाटा की आयु-वार तुलना से संकेत मिलता है कि अप्रैल, 2022 के दौरान 4.11 लाख की वृद्धि के साथ कुल नामांकनों की सर्वोच्च संख्या दर्ज कराने के द्वारा 22-25 वर्ष का आयु-समूह अग्रणी रहा है। इसके बाद 3.17 लाख कुल सब्सक्राइबर जोड़ने के साथ 29-35 के आयु-समूह का स्थान रहा है। 18-21 वर्ष के आयु समूह ने भी महीने के दौरान लगभग 2.93 लाख कुल सब्सक्राइबर जोड़े। महीने के दौरान 18-25 वर्ष के आयु-समूह में लगभग 45.96 प्रतिशत कुल सब्सक्राइबर शामिल हैं। आयु-वार पेरोल डाटा से संकेत मिलता है कि पहली बार रोजगार चाहने वाले बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल हो रहे हैं।

पेरोल डेटा की आयु-वार तुलना  इंगित करता है कि 22-25 वर्ष के आयु वर्ग ने अप्रैल, 2022 के दौरान 4.30 लाख अतिरिक्त के साथ सबसे अधिक नामांकन दर्ज किया है। इसके बाद 29-35 वर्ष के आयु वर्ग का नंबर आता है, जिस वर्ग में महीने के दौरान 3.74 लाख शुद्ध जोड़ शामिल हैं। संक्षेप में, इन दो आयु समूहों में महीने के दौरान लगभग 47.07% नए सब्सक्राइबर जोड़े गए। 29-35 वर्ष के आयु समूह को अनुभवी कर्मचारी माना जा सकता है जिन्होंने करियर ग्रोथ के लिए नौकरी बदली है और ईपीएफओ के साथ रहने का विकल्प चुना है।

पेरोल के आंकड़ों की राज्य-वार तुलना रेखांकित करती है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली राज्यों में शामिल प्रतिष्ठान महीने के दौरान लगभग 11.60 लाख कुल सब्सक्राइबर को जोड़कर अग्रणी स्थान पर बने हुए हैं, जो सभी आयु समूहों में कुल पेरोल वृद्धि का 67.91 प्रतिशत है।

जेंडर-वार विश्लेषण से संकेत मिलता है कि माह के दौरान लगभग 3.65 लाख महिलाएं पेरोल वृद्धि में शामिल रहीं। अप्रैल, 2022 के महीने के दौरान महिला नामांकन की हिस्सेदारी कुल सब्सक्राइबर वृद्धि का 21.38 प्रतिशत रही, जो कि मार्च, 2022 के पिछले महीने की तुलना में 17,187 कुल नामांकनों की वृद्धि है। संगठित कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी में पिछले 6 महीनों से सकारात्मक रुझान दिख रहा है।

उद्योग-वार पेरोल डाटा से संकेत मिलता है कि महीने के दौरान मुख्य रूप से ‘विशेषज्ञ सेवाओं’ (श्रमबल एजेंसियों, निजी सुरक्षा एजेंसियों और छोटे ठेकेदारों आदि से मिलकर) तथा ‘व्यापारिक-वाणिज्यिक प्रतिष्ठान’ की दो श्रेणियों में सब्सक्राइबर की हिस्सेदारी कुल 48.25 प्रतिशत रही। इसके अलावा माह के दौरान ‘इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल या सामान्य इंजीनियरिंग उत्पाद’, ‘मार्केटिंग सर्विसिंग, कंप्यूटर का उपयोग’, ‘भवन और निर्माण उद्योग’, ‘वस्त्र’, ‘परिधान बनाना’, ‘वित्तीय प्रतिष्ठान’, ‘अस्पताल’ और ‘स्कूल’ आदि जैसे उद्योगों में कुल पेरोल वृद्धि का बढ़ता रुझान देखा गया है।

पेरोल डाटा अनंतिम है क्योंकि डाटा सृजन एक निरंतर अभ्यास है और कर्मचारी रिकॉर्ड को अपडेट करने की प्रक्रिया नियमित आधार पर की जाती है। इसलिए, पिछला डाटा हर महीने अपडेट हो जाता है। अप्रैल-2018 के महीने से ईपीएफओ सितंबर, 2017 की अवधि को कवर करते हुए पेरोल डाटा जारी कर रहा है।

ईपीएफओ देश का प्रमुख संगठन है जो ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के दायरे में आने वाले संगठित/अर्ध-संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा लाभ उपलब्ध कराने के लिए उत्तरदायी है। यह अपने सदस्यों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें सदस्यों और उनके परिवारजन दोनों के लिए भविष्य निधि, बीमा और पेंशन शामिल हैं।

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