नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत एक वैधानिक निकाय, द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) पैकेज के तहत केवल 15 कार्य दिवसों में कुल 10.02 लाख दावों का निपटारा किया है, जिसमें 6.06 लाख कोविड-19 के दावे भी शामिल हैं।
इसमें कुल 3,600.85 करोड़ रुपये की राशि का वितरण किया गया है, जिसमें पीएमजीकेवाई पैकेज के अंतर्गत 1,954 करोड़ रुपये कोविड दावे के भी शामिल हैं।
लॉकडाउन के कारण केवल एक तिहाई कर्मचारियों की काम पर उपलब्धता होने के बावजूद, 90 प्रतिशत कोविड-19 दावों का निपटारा 3 कार्य दिवसों में निपटारा किया गया है और इस तरह शीघ्र निपटारा के लिए डिज़ाइन किए गए विशेष सॉफ़्टवेयर के माध्यम से सेवा प्रदान के नए मानकों को स्थापित किया गया है।
केंद्र सरकार द्वारा 26.03.2020 को पीएमजीकेवाई की शुरुआत की गई, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद मिल सके। सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए ईपीएफ योजना से निकासी के प्रावधान की घोषणा की गई थी। ईपीएफ योजना में एक तत्काल अधिसूचना द्वारा विशेष पैरा 68 एल (3) लागू किया गया, जिसमें ईपीएफ खाताधारक सदस्यों को तीन महीने के मूल वेतन और महंगाई भत्ता या ईपीएफ खाते में जमा 75 प्रतिशत राशि, इनमें से जो भी कम हो, उसे निकालने की अनुमति प्रदान की गयी है।
ईपीएफओ द्वारा कोविड-19 के लिए ऑनलाइन अग्रिम दावों को दर्ज करने की सुविधा भी प्रदान की गई है, जो अन्य सेवाओं के साथ-साथ मोबाइल फोन के माध्यम से उमंग ऐप पर भी दर्ज की जा सकती है।
ईपीएफओ, इस कठिन परिस्थिति में अपने सदस्यों की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है और ईपीएफओ कार्यालय इस संकट पर विजय प्राप्त करने में उनकी मदद करने के लिए कार्यरत हैं।