लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहब डाॅ0 बी0आर0 आंबेडकर ने देश को संविधान दिया। भारत के संविधान ने देश को सम-विषम परिस्थितियों में नयी दिशा दी है। बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए पूरा देश 26 नवम्बर की तिथि को संविधान दिवस के रूप में मनाता है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर महासभा में बाबा साहब डाॅ0 बी0आर0 आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित विशेष श्रद्धांजलि सभा में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संविधान केवल एक पुस्तिका या ग्रन्थ नहीं है। संविधान किसी भी सम्प्रभु सम्पन्न राष्ट्र के लिए एक मार्ग निर्देशिका होती है, जो पूरे देश को व्यवस्थित मूल्यों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करती है। अनन्त काल तक यह संविधान भारत को आगे बढ़ा सके, इसके लिए बाबा साहब डाॅ0 आंबेडकर ने स्वतंत्रता, समानता और बन्धुत्व को संविधान का आदर्श बनाया। सशक्त और समर्थ भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए समतामूलक समाज की स्थापना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर की भावनाओं के अनुरूप भारत के निर्माण के लिए बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया है। अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया है। प्रधानमंत्री जी ने देश-विदेश में बाबा साहब डाॅ0 आंबेडकर से जुड़े 05 स्थलों को ‘पंच-तीर्थ’ के रूप में स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंबेडकर महासभा लखनऊ में बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर का एक भव्य सांस्कृतिक केन्द्र व स्मारक बनाये जाने के लिए दशकों से संघर्ष कर रही थी। प्रदेश सरकार ने इसकी स्वीकृति देते हुए राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से भारत रत्न डाॅ0 भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का शिलान्यास कराया है। ऐशबाग, लखनऊ में यह भव्य स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र बाबा साहब डाॅ0 आंबेडकर को समर्पित होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र में संविधान से जुड़ी डिबेट तथा बाबा साहब डाॅ0 बी0आर0 आंबेडकर के साहित्य की व्यवस्था होगी। बाबा साहब डाॅ0 आंबेडकर पर शोध करने वाले शोधार्थियों के लिए स्काॅलरशिप तथा उनके रहने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र डाॅ0 भीमराव आंबेडकर के आदर्शाें के अनुरूप स्वतंत्रता, समानता और बन्धुत्व के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से जुड़े हुए विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति समय पर भेजी जा रही है। वर्तमान सत्र में 68 लाख बच्चों को स्काॅलरशिप दे रहे हैं या शुल्क प्रतिपूर्ति देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य गरीबों को उनकी जमीनों से बेदखल किया गया था। वर्तमान सरकार ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद तय किया कि ग्राम पंचायत में जहां पर जिसका मकान बना है, उसको वहां पर उस जमीन का कब्जा दिलाएंगे। उन्होंने पूरे देश में स्वामित्व योजना लागू किये जाने के लिए प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना के तहत घरौनी के माध्यम से ग्राम पंचायत में हर व्यक्ति को उसके मकान अथवा झोपड़ी का अधिकार प्राप्त हो रहा है। इसके लिए ड्रोन सर्वे किया जा रहा है। स्वामित्व योजना के तहत सभी गांवों में अभियान चलाकर कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अब तक 22 लाख परिवारों को ऐसे कब्जे दिये जा चुके हैं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने डाॅ0 आंबेडकर महासभा परिसर में स्थापित तथागत बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा डाॅ0 आंबेडकर के अस्थि कलश पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।
कार्यक्रम को श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर सामाजिक परिवर्तन के महानायक थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को प्राप्त हो रहा है।
विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक तथा उ0प्र0 अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डाॅ0 लालजी प्रसाद निर्मल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, सूचना निदेशक श्री शिशिर, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो0 संजय सिंह, अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध भिक्षु संस्थान के अध्यक्ष श्री भन्ते शान्ति मित्र सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।