लखनऊः जनपद प्रयागराज के ग्राम मंदरदेह माफी में 720 घनमीटर की क्षमता का गोबर गैस प्लांट लगभग बन कर तैयार है। प्लांट की स्थापना से गोबर से उत्पादित 400 परिवारों को ईंधन तथा किसानों को जैविक खाद उपलब्ध होगी। साथ ही गो पालकों को गोबर से अतिरिक्त आमदनी भी होगी।
उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने खादी भवन में विभागीय कार्यों की समीक्षा की और निर्देश दिये कि प्रयागराज में स्थापित किये जा रहे गोबर गैस प्लांट से लगभग 400 परिवारों को ईंधन की सप्लाई की जानी है। इन गांवो के जो परिवार प्लाण्ट से गैस लेने के इच्छुक है, उनकी सूची तैयार कर तत्काल उनके घर तक पाइप लाइन डालने का कार्य शुरू कर दिया जाये। आगामी जनवरी माह के अंत तक इसका संचालन पूरी तरह प्रारंभ हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा प्लांट में गोबर गैस विद्युत ऊर्जा एवं कम्प्रेस कर छोटे सिलेण्डर इत्यादि को भरने का कार्य किया जायेगा। परियोजना शुरू होने पर लगभग 200 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। इस परियोजना की लागत 331.81 लाख रुपये है।
श्री सचान ने कहा कि जनपद प्रयागराज में ही ऊनी धागा प्रशोधन/उत्पादन केन्द्र की स्थापना कराई जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भेड़ पालकों को प्रोत्साहित करना है। भेड़ पालकों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त होगा और ऊन के प्रशोधन उपरान्त कम्बलों का उत्पादन कराया जायेगा। केन्द्र के भवन का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। परियोजना की कुल लागत 699.78 लाख रुपये है। उन्होंने 15 फरवरी तक ऊनी धागा प्रशोधन केन्द्र की स्थापना का कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश कार्यदायी संस्था को दिये हैं। उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित 14 उत्पादन केन्द्र द्वारा एक लाख मीटर खादी के उत्पादन का वार्षिक लक्ष्य निर्धारित किया गया था, परंतु अभी तक केवल 60 प्रतिशत उत्पादन किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि खादी उत्पादन के वार्षिक लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त किया जाना चाहिए। यह भी निर्देश दिये कि प्रदेश में खादी उत्पादन बढ़ाने के लिए सभी संस्थाओं को प्रेरित किया जायेगा। साथ ही जनवरी माह में समितियों के साथ उनकी बैठक भी कराई जाये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग श्री अमित मोहन प्रसाद, सचिव श्री प्रांजल यादव सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।