लखनऊ: बेमौसम हुई बारिश ने आलू और दलहन किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। प्रदेश भर से आई शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक 30 फीसदी तक नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के निदेशक डॉ. राजेंद्र प्रसाद कहते हैं कि वास्तविक नुकसान का आंकलन करने में अभी हफ्ता भर लग सकता है। संयुक्त निदेशक कृषि संतोष अग्निहोत्री कहते हैं कि सबसे ज्यादा नुकसान मसूर की फसल को हुआ है। देर में बोई गई अरहर के भी फूल गिर गए होंगे। वहीं आलू को भी भारी नुकसान का अनुमान है।
मुख्यमंत्री के किसानों को क्षतिपूर्ति करने के निर्देश पर मुख्य सचिव ने कहा है कि 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर लघु एवं सीमान्त किसानों को असिंचित क्षेत्र में 4500 रुपये प्रति हेक्टेयर और सिंचित क्षेत्र में 9000 रुपये प्रति हेक्टेयर की धनराशि तत्काल किसानों को उलपब्ध कराई जाए।