सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम का दो मार्च तक नया ठिकाना जिला कारागार की बैरक संख्या एक होगा। उनकी पत्नी एवं शहर विधायक डॉ. तजीन फात्मा को महिला बैरक में रखा गया है। इससे पूर्व आपातकाल के दिनों में आजम खां जेल जा चुके हैं। लेकिन हाल ही में उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों में वह पहली बार सलाखों के पीछे भेजे गए हैं।
कोर्ट से आजम, उनकी पत्नी और बेटे को जेल भेजो जाने के आदेश की सूचना मिलने के बाद से ही जेल प्रशासन ने तैयारी कर ली थी। बैरक नंबर एक में साफ सफाई करा ली गई थी। आजम खां और अब्दुल्ला को जिला जेल के बैरक नंबर एक में रखा गया है। आजम खां और उनके पुत्र अब्दुल्ला का नया ठिकाना जिला जेल का बैरक नंबर एक हो गया है। जबकि उनकी पत्नी विधायक डॉ. तजीन फात्मा को महिला बैरक में रखा गया है। आजम आपातकाल के दौरान भी जेल गए हैं। लेकिन अब्दुल्ला आजम और तजीन फातमा को पहली बार सलाखों के पीछे जाना पड़ा है।
आजम ने कोर्ट में कहा मेरी तबीयत है खराब
सांसद आजम खां ने कोर्ट को अवगत कराया कि उनकी तबीयत खराब रहती है। साथ ही उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा भी बीमार चल रही हैं। वह खुद सांसद हैं और उनकी पत्नी विधायक। लिहाजा जेल में उनको उनकी सेहत को ध्यान रखते हुए सुविधाएं दी जाएं।
कोर्ट ने जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि सांसद और विधायक के स्वास्थ्य की जांच कराई जाए। दोनों को जेल मैन्युअल के हिसाब से जो सुविधाएं निर्धारित हैं प्रदान की जाएं। जेल में पहुंचने के बाद चिकित्सक ने सांसद और विधायक के स्वास्थ्य का परीक्षण किया।
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छोटे गेट से सिर झुकाकर नहीं घुसे, पूरा गेट खोला गया
आजम खां को लेकर पुलिस जब जिला जेल पहुंची तो सांसद ने पुलिस की गाड़ी से उतरकर वहां खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद उन्होंने जेल के गेट पर खड़े कर्मचारी को कहा कि गेट खोलो। वह जेल के गेट के छोटे दरवाजे से अंदर नहीं गए, बल्कि पूरा गेट खुलवा कर अंदर गए। Source अमर उजाला