नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी सुश्री पी.वी. सिन्धु को उनकी हाल की विजय के लिए बधाई दी है। सुश्री सिन्धु ने बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल में विजय पाने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रचा है। सुश्री सिन्धु और उनके परिवार के सदस्यों ने आज हैदराबाद में उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उपराष्ट्रपति ने कहा कि सिन्धु ने हमारा सिर गर्व से ऊंचा किया है।
श्री नायडू ने अपने प्रदर्शन में एकरूपता बनाये रखने के लिए सुश्री सिन्धु की सराहना की और कहा कि वे युवाओं के लिए अनुकरणीय उदाहरण है। युवाओं को उनके समर्पण, कठोर परिश्रम और खेलों के प्रति उनके जुनून से प्रेरणा लेनी चाहिए।
मनुष्य के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को बेहतर बनाने के लिए खेलों और शारीरिक गतिविधियों के महत्व के बारे में बातचीत करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को शुरू से ही किसी खेल में दिलचस्पी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलों में भाग लेने से आत्म-विश्वास बढ़ता है, टीम भावना पैदा होती है और बच्चों को बेहतर मनुष्य बनाने में मदद मिलती है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक सम्पन्न और समृद्ध राष्ट्र बनने के लिए एक स्वस्थ राष्ट्र बनना जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवा पीढ़ी को राष्ट्र के विकास में सक्रिय भागीदारी के लिए स्वस्थ रहना होगा। हमें इस बात को याद रखना चाहिए कि एक सम्पन्न और समृद्ध राष्ट्र बनने के लिए स्वस्थ राष्ट्र बनाना जरूरी है।
श्री नायडू ने बैडमिंटन कोच श्री पुलेला गोपीचंद और देश में खेल प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने वाले सभी कोचों को बधाई दी और खिलाडि़यों तथा एथलीटों को बनाने में उनके प्रयासों की सराहना की। उपराष्ट्रपति ने सुश्री पी.वी. सिन्धु के पूरे करियर में उन्हें सहयोग देने के लिए उनके माता-पिता की सराहना की।