नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा कि हर युग में कुछ न कुछ चुनौतियां आती हैं और ये चुनौतियां हमारी ताकत को परखने के लिए होती है। कोरोना वायरस भी इसी तरह की एक चुनौती है। उन्होंने कहा इस वक्त कोरोना वायरस आर्थिक जगत के लिए भी चुनौती बना हुआ है। इससे भी हम Collaborate a create के विजन से विजय होंगे। जब हम सब मिलकर लड़ेंगे तो इस वायरस को हरा देंगे। पीएम ने कहा कि एक वक्त था कि जब एक खास वर्ग के लोगों की ओर से किए जाने वाले अनुमान को ही फाइनल माना जाता था, लेकिन अब वक्त बदल चुका है। यह बदलाव टेक्नोलॉजी की वजह से हुई है।
विरोधियों पर हमला करते हुए पीएम ने कहा कि जो लोग दुनिया भर को शरणार्थी अधिकारों के लिए ज्ञान देते हैं, वो शरणार्थियों के लिए बने CAA का विरोध करते हैं। जो लोग दिन रात संविधान की दुहाई देते हैं, वो आर्टिकल 370 जैसी अस्थायी व्यवस्था हटाकर, जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह संविधान को लागू करने का विरोध करते हैं।
हमारे सामने मार्ग था कि पहले से जो चलता आ रहा है, उसी मार्ग पर चलें या फिर अपना नया रास्ता बनाएं, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ें। हमने नया मार्ग बनाया, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े और इसमें सबसे बड़ी प्राथमिकता दी- लोगों के एस्पाइरेशन को।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए राष्ट्र निर्माण, देश का विकास और Good Governance जैसी बातें Convenience का विषय नहीं, बल्कि ये हमारा Conviction है। पीएम मोदी ने कहा कि DBT के जरिए हम Status Quo में बहुत बड़ा बदलाव लाए और हजारों करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचाए। उन्होंने कहा कि RERA कानून बनाकर हमने Real estate sector को कालेधन के बंधन से मुक्त करने का प्रयास किया, और मध्यम वर्ग की पहुंच, उसके सपनों के घर तक बनाई है। SOurce पंजाब केसरी