मुंबई: हमारे भारतीय समाज में औरत को मर्दों के मुकाबले नीच समझा जाता है. हालांकि, भगवान ने औरत को मर्दों से भी कईं गुना ताकतवर बनाया है लेकिन इस बात को मर्द प्रदान देश समझना नहीं चाहता. भले ही एक औरत शरीर से मर्द के जितनी शक्तिशाली नहीं होती लेकिन वह जितना दर्द झेल कर एक बच्चे को जन्म देती है और समाज की बेरुखी सहती है, उतनी तकलीफें अगर मर्दों को झेलनी पड़े तो उन्हें छठी का दूध याद आ जाएगा. सदियों से औरतों को मर्दों के इस समाज में ठुकराया जा रहा है. हालांकि, आज की नई पीढ़ी काफी पढ़ लिख चुकी है और आज की लड़कियां लड़कों के कंधों से कंधा मिला कर चल रही हैं, लेकिन इन सब के बावजूद भी औरत का समाज में वो स्थान नहीं है जो एक मर्द का है.
हमारे इस संस्कारी देश में औरतों और लड़कियों को लेकर कईं प्रकार के नियम और कानून बनाए गए हैं जिनकी अवहेलना करने पर लड़कियों को बद से बदतर सजाएं दी जाती हैं. आपको यह जानकार हैरानी होगी कि हर कुरीति का शिकार औरतों या लड़कियों को ही बनाया जाता है. औरत को लेकर ऐसे कईं सच हैं जिनके बारे में कोई बात तक नहीं करना चाहता. औरतों की ऐसी ही परिस्थियों को उजागर करती है फिल्म “भूरी”.
दरअसल, भूरी नामक बॉलीवुड फिल्म को एक ऐसी औरत की कहानी पर बनाया गया है, जिसको गाँव का हर मर्द पाने के सपने देखता है. दिखने में भूरी बेहद खूबसूरत है और मात्र 24 वर्ष की है. इतनी कम उम्र की भूरी के पीछे पूरा गाँव पागल है. हालांकि सुन्दरता के साथ साथ भूरी को मनहूसियत का तमगा भी दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद भी गाँव का हर लड़का और बुड्डा भूरी को अपनी बनाना चाहता है. मासूम भूरी भी इस बात से अनजान है कि आखिर उसने ऐसे कौन से पाप किए हैं जिनकी सजा उसे दर दर की ठोकरे खाकर भुगतनी पड़ रही है.
ख़बरों की माने तो भूरी एक ऐसी खामोश औरत की कहानी है जिसको गाँव की पुलिस से लेकर मुखिया और हर नौजवान पाना चाहता है. हालांकि भूरी जैसी कईं लड़कियों की कहानी पर्दे पर उतारी जा चुकी है. लेकिन, भूरी की कहनी इन सब से हटके है. अगर आप इस फिल्म का ट्रेलर देखेंगे तो आप पूरी फिल्म देखने को बेताब हो जाएंगे. इस फिल्म में हमारे समाज और उसकी सोच को दिखाया गया है. इसके इलावा भूरी में आप देख सकेंगे कि किस प्रकार औरतों को उनकी खामोशी की भारी सजा चुकानी पड़ती है और ना चाहते हुए भी बुरी नजरों का शिकार होना पड़ता है.
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बताते चलें कि इस फिल्म में मुकेश तिवारी, मनोज जोशी, सीताराम पांचाल, शक्ति कपूर जैसे बड़े कलाकार लीड रोल में हैं. फिल्म को मई में सिनेमा घरों में उतारा गया था. हालांकि यह फिल्म छोटे बजट की है लेकिन फिर भी इसको दर्शकों का भरपूर प्यार और सहयोग मिला है. इस फिल्म को जसबीर भट्टी ने डायरेक्ट किया था जो कि अब इस दुनिया को छोड़ कर जा चुके हैं. यह फिल्म हर लड़की के लिए एक सीख साबित हो सकती है इसलिए अगर आपने इस फिल्म को अभी तक नहीं देखा है.