लखनऊ: आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य ललित कला अकादमी, उ.प्र, संस्कार भारती उ.प्र. व राष्ट्रीय कला मंच अवध प्रान्त के संयुक्त तत्वावधान में लॉकडाउन अवधि में बदलता पर्यावरण विषयक पर 5 जून से 15 जून 2020 तक आयोजित होने वाले कला प्रतियोगिता का पोस्टर विमोचन संस्कृति राज्यमंत्री डॉ. नीलकण्ठ तिवारी द्वारा किया गया।
पोस्टर विमोचन के दौरान डॉ. नीलकण्ठ तिवारी ने बताया कि पर्यावरणीय अस्थिरता हम सभी के लिए एक चुनौती बनती जा रही है, हमारे वातावरण में स्थिरता व सामंजस्य बना रहे इसके लिए हम सभी को एकजुट होना होगा।
वर्तमान चुनौतियों की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए उन्होंने बताया कि प्लास्टिक हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है इससे आये दिन प्रदूषण तो बढ़ ही रहा है साथ ही विभिन्न बीमारियां भी उतपन्न हो रही है, वर्तमान में योगी सरकार व केंद्र की मोदी सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाकर और प्लास्टिक के न्यूनतम उपयोग को लागू कर, इस लड़ाई को और मजबूत करने का काम किया है, वहीं पिछले वर्ष उ.प्र. सरकार ने 22 करोड़ से अधिक पौधे लगवाकर उनके संरक्षण संवर्धन की जिम्मेदारी लेकर पर्यावरण को और भी स्वच्छ करने का काम किया है।
दूसरी ओर वर्तमान में कोरोना वायरस की चुनौती को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी समस्या है जिसका वैक्सीन अभी तक बन नही पाया है, लॉकडाउन के कारण भारत मे कोरोना का प्रभाव कम हुआ है, लॉकडाउन के कारण प्राकृतिक स्थिरता में एक बड़ा सुधार हुआ है।
राज्य ललित कला अकादमी उ.प्र. के अध्यक्ष डा. राजेन्द्र सिंह पुंढीर ने बताया कि यह कला प्रतियोगिता उत्तर प्रदेश के सभी 6 क्षेत्रों में आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता में प्रत्येक क्षेत्र से तीन पुरस्कार 6 हजार रुपये व दो पुरस्कार 3 हजार रुपये के दिये जाएंगे। प्रतियोगिता में प्रविष्टियां भेजने की अंतिम तिथि 15 जून 2020 निर्धारित किया गया है। प्रतियोगिता से सम्बंधित अधिक जानकारी ूूूण्पिदमंतजंांकमउपनचण्दपबण्पद से प्राप्त की जा सकती है।