नई दिल्ली: भारतीय सेना और श्रीलंकाई सेना के बीच संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास- मित्र शक्ति- का सातवां संस्करण 14 दिसंबर को पुणे के औंध सैन्य स्टेशन पर संपन्न हुआ। इस अभ्यास में श्रीलंकाई और भारतीय सेना की तरफ से 120-120 जवान शामिल थे।दो सप्ताह तक चला यह अभ्यास 01 दिसंबर को शुरू हुआ था और संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत आतंकवाद निरोधी अभियानों में संयुक्त अभियान शुरू करने की क्षमता विकसित करने एवं बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किया गया।संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास के लिए चुने गए विषय दोनों राष्ट्रों को प्रभावित करने वाले, लाइव और समकालीन दोनों थे, एवं संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास का समापन 48 घंटे की लंबी परिणति अभ्यास के साथ संपन्न हुआ, जिसे भारतीय सेना के साथ-साथ श्रीलंकाई सेना के वरिष्ठ सैन्य एवं रक्षा अधिकारियों के प्रतिनिधियों ने भी देखा।संयुक्त अभ्यास के दौरान परिणति अभ्यास के द्वारा प्रतियोगियों ने हासिल किए गए मानकों को प्रदर्शित किया और संयुक्त राष्ट्र ध्वज के तहत विश्व शांति बनाए रखने के लिए एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने में भागीदारी के साथ-साथ प्रतिबद्धता का भी प्रदर्शन किया।
दोनों प्रतिभागियों ने विभिन्न आतंकवाद से निपटने के अभ्यास का प्रदर्शन करते हुए व्यावसायिकता के उच्च स्तर को भी प्रस्तुत किया जो दोनों के लिए सीखने का विशेष अनुभव रहा है। प्रतिभागियों ने प्रमानकों के तहत विश्व शांति बनाए रखने और संयुक्त राष्ट्र के जनादेश का पालन करने की दिशा में दोनों सेनाओं की मंशा, प्रतिबद्धता और क्षमता का संदेश दिया।
इस तरह के द्विपक्षीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का आयोजन शांति, समृद्धि, अंतर्राष्ट्रीय भाईचारे और विश्वास बनाए रखने की दुशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभ्यास पूर्णत: सफल रहा और इसमें भाग लेने वाले देशों के सैनिकों को बहुमूल्य सबक भी प्राप्त हुआ है।