लखनऊ: राज्य सरकार ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में हरित क्रांति के विस्तार की योजना वर्ष 2015-16 हेतु कुल 144.06 करोड़ रूपये की कार्ययोजना अनुमोदित की है। शासन ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन के निर्देश दिये है। यह योजना पूर्वी उत्तर प्रदेश के 14 जनपदों इलाहाबाद, कौशाम्बी, वाराणसी, चन्दौली, सोनभद्र, संतरविदास नगर, महराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थ नगर, फैजाबाद एवं अम्बेडकर नगर, सुल्तानुपर व गोण्डा में संचालित की जा रही है।
योजनान्तर्गत संबंधित जनपदों में समय से बुवाई करने एवं कृषि यंत्रीकरण को प्रोत्साहन देने के लिए कृषि यंत्रीकरण के अंतर्गत 12.57 करोड़ रूपये मूल्य के कृषि यंत्रों जैसे-ड्रमसीडर-13080, जीरोटिल-80 सीडड्रिल- 142, रोटावेटर-882, मार्कर-2550, कोनोवीडर-2550 मानव चालित स्प्रेयर-26, पावर नैपसेक स्प्रेयर-39, पावर वीडर-43, पैडी थ्रेसर-70, मल्टीक्राप थे्रसर-300 लेजरलैण्ड लेवलर-10, सेल्फ प्रोपेल्ड राइस ट्रांस प्लांट-5, स्ट्रा चाॅपर-50, रेक-50, बेलर-64, रेज्ड बेड प्लांटर-160 हैपी सीडर-70, पावर टिलर-60 एवं बैट्री चालित स्प्रेयर-27400 के वितरण का लक्ष्य रखा गया है।
शासन द्वारा प्रदेश के प्रथम बार कृषकों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डी0बी0टी0) के आधार पर धान, मक्का, ज्वार, तथा बाजरा के संकर बीज उपलब्ध कराये जाने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसी प्रकार एच0डी0पी0ई0 पाईप, स्प्रिंकलर इरीगेंशन सिस्टम, मोबाइल रेनगन तथा कृषि रक्षा उपकरण हेतु पूर्व प्रचलित टंेडर प्रक्रिया को शासन द्वारा समाप्त करते हुए कृषकों को ओपन मार्केट से क्रय करने की छूट प्रदान की गई है। निर्देश दिए गए हैं कि सभी प्रकार के निवेशों तथा कृषि यंत्रों पर देय अनुदान प्रत्येक दशा में एक माह के अन्दर कृषकों को आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से उनके खातों में निश्चित रूप से ट्रांसफर कर दिया जाय