नई दिल्ली: गैर-व्यक्तिगत डेटा प्रबंधन फ्रेमवर्क पर विशेषज्ञ समिति ने आज वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से मीडिया को डेटा प्रबंधन- गैर व्यक्तिगत के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी। इस संवाददाता सम्मेलन की अध्यक्षता समिति के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में क्रिश गोपालकृष्णन ने की। उन्होंने समिति के अन्य सदस्यों के साथ गैर-व्यक्तिगत डेटा तथा सामुदायिक डेटा की अवधारणा और इस डेटा पर उचित अधिकारों और विशेषाधिकारों को परिभाषित करने के प्रयासों जैसे गैर-व्यक्तिगत डेटा पर कई उभरते और अभिनव विचारों के बारे में बताया। उन्होंने इसे तीन श्रेणियों – सार्वजनिक,समुदाय और निजी में बांटा। उन्होंने डेटा बिजनेस नामक एक नई अवधारणा, ओपन एक्सेस मेटा-डेटा रजिस्टर,डेटा के गुमनामी के लिए सहमति,गैर-व्यक्तिगत डेटा की संवेदनशीलता की परिभाषा के साथ ही संप्रभु उद्देश्य, मुख्य सार्वजनिक हित उद्देश्य और आर्थिक उद्देश्य के रूप में डेटा साझा करने के उद्देश्यों को भी परिभाषित किया।
गैर-व्यक्तिगत डेटा प्रबंधन फ्रेमवर्क पर विशेषज्ञ समिति ने भारतीय नागरिकों और समाज को लाभ पहुंचाने के लिए गैर-व्यक्तिगत डेटा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अपरिष्कृत डेटा और व्युत्पन्न डेटा,गैर-व्यक्तिगत डेटा के विनियामक पहलुओं,डेटा के आर्थिक मूल्य और डिजिटल विनियामक ढांचे से संबंधित विभिन्न कानूनी पहलुओं को साझा करने को लेकर मीडिया के सवालों का भी जवाब दिया।
विशेषज्ञ समिति ने मीडिया से अनुरोध किया कि वे ड्राफ्ट रिपोर्ट पर चल रहे परामर्श में भाग लेने के लिए अधिक से अधिक हितधारकों को प्रोत्साहित करें। इस पर सुझाव प्रदान करने की अंतिम तिथि 13 अगस्त, 2020 है।
https://www.mygov.in/task/share-your-inputs-draft-non-personal-data-governance-framework/