चमोली: बण्ड विकास आद्यौगिक पर्यटन, किसान एवं सांस्कृतिक मेले के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मेले के सफल आयोजन के लिए क्षेत्र की जनता को बधाई देते हुए नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर उन्होंने हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट कक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं एवं मेले में रंगारंग प्रस्तुति देने वाले कलाकारों व खिलाडियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेलों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को एक अच्छा खासा मार्केट उपलब्ध हो रहा है, जिसका सीधा लाभ क्षेत्र की जनता को मिल रहा है। इस प्रकार के छोटे-बडे सभी मेलों को राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1102 नयी सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा सड़कें सीमांत जनपद चमोली और पिथौरागढ में निर्माणाधीन है। कहा कि सड़कों के तेजी से निर्माण के पीछे राज्य सरकार की मनसा गांवों के स्थानीय उत्पादों को बाजार में लाकर देश-विदेशों तक पहुॅचाना है। उन्होंने कहा कि अगामी 1-2 वर्षो के अन्दर सभी गांवों को सड़क से जोडा जायेगा तथा हर घर को बिजली एवं शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है। राज्य सरकार ने कई स्कूलों को माॅडल स्कूल के रूप में विकसित किया है तथा कई उच्च शिक्षण संस्थानों की भी स्थापना की गयी है। खेती पर जोर देते हुए कहा कि हमें बरसात के पानी को रोकने के लिए चाल-खाल बनाकर जल संचय करना होगा तथा कृषि क्षेत्र में क्रंातिकारी बदलाव लाकर राज्य की तस्वीर बदलनी होगी। कहा कि पौधारोपण व स्थानीय एवं परम्पराग फसलों के उत्पादन पर कृषकों को बोनस भी दिया जा रहा है। वही भीमल, कंडाली एवं भांगुले के रेशों की मांग आज बढती जा रही है जिसे हम आर्थिकी के रूप में अपना सकते है। उन्होंने यह भी कहा कि 2 वर्ष पूर्व राज्य में ऐपण को व्यावसायिक रूप देकर आज राज्य के पास देश-विदेश से 2.5 करोड़ से ज्यादा के आॅडर प्राप्त हो चुके है। विगत आपदाओं से उभर कर इस वर्ष 15 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने श्री बद्रीनाथ धाम के दर्शन किये है। कहा कि आगामी वर्ष में यह लक्ष्य 40 लाख तीर्थ यात्रियों को लाने का निर्धारित किया गया है। पर्यटन को बढावा देने के लिए हमें अपने परम्परागत घरों में पर्यटन सुविधाऐं विकसित करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को उच्च सम्मान तथा बराबरी का दर्जा देने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाऐं संचालित की गयी है। महिला स्वयं सहायता समूहो को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड सर्वाधिक प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने वाला पहला राज्य है। 2014 में पेंशन लाभार्थियों की संख्या मात्र 01 लाख 74 हजार थी, जो अब बढ़कर 07 लाख 25 हजार हो गयी है। 65 वर्ष से अधिक उम्र बुजुर्गो के लिए पेंशन राशि में 500 रुपये तक की बृद्धि करने का फैसला भी लिया गया है। कहा कि हमारा लक्ष्य 2020 तक प्रत्येक परिवार के कम से कम एक सक्षम व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराना तथा 2022 तक हर व्यक्ति को काम मुहैया कराना है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी ने बण्ड मेले में मुख्यमंत्री के आगमन पर उनका भव्य स्वागत एवं अभिनंदन करते जिले के विकास में उनके योगदान के लिए भूरी-भूरी प्रंशासा की तथा जनपद में मेडिकल काॅलेज खालने की भी मांग रखी। बण्ड मेला समिति एवं क्षेत्रीय जनता ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र देते हुए स्टैडियम के पास 78 नाली भूमि जो अभी पिटकुल के पास है, जिसमें 12वी तक की इंगलिश मीडियम स्कूल खोलने हेतु टीएचडीसी को देने, पीपीलकोटी में लोनिवि का खण्ड कार्यालय खोलने, बण्ड क्षेत्र में मण्डुवा अनुसंन्धान केन्द्र खोलने तथा बण्ड क्षेत्र को पैनखण्ड क्षेत्र में सम्मलित करते हुए ओबीसी का दर्जा देने सहित कई अन्य मांगें रखी।
इस अवसर पर बण्ड मेला समिति के अध्यक्ष शंभु प्रसाद सती, महामंत्री हरीदर्शन रावत, पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक अतुलशाह, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष गजेन्द्र राणा, पूर्व महामंत्री विजय प्रसाद मलासी, जिप सदस्य देवेन्द्र रावत व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सहित पुलिस अधीक्षक प्रीती प्रियदर्शनी, अपर जिलाधिकारी जगदीश लाल, एसडीएम केएन गोस्वामी, एसडीएम योगेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।