देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम ने फर्जी आईएएस महिला के मामले में एलबीएस के अधिकारियों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। एसआईटी की टीम ने एलबीएस अकादमी से कई अहम सुराग को बरामद किया है।
डीजीपी का कहना है कि टीम ने चार कंप्यूटरों से हार्ड डिस्क को भी अपने कब्जे में ले लिया है, जिसकी एफएसएल से जांच कराई जा रही है। उनका कहना है कि इस मामले में अकादमी में टीम ने कई अहम सुराग बरामद किये हैं।
पुलिस साक्ष्यों को जुटाकर फारेंसिक साइंस लैब से जांच कराएगी। टीम ने अकादमी से जो चार कम्प्यूटरों की हार्ड डिस्क को अपने कब्जे में लिया है। डीजीपी का कहना है कि पहले इस बात की जांच कराई जा रही है कि क्या हार्ड डिस्क से कोई सामाग्री डिलेट की गई है। या फिर हार्ड डिस्क को तकनीकी तौर पर खराब करने की कोशिश की गई है।
टीम का मानना है कि हार्ड डिस्क के कई अहम सुराग मिल सकते हैं जैसे कि महिला का फर्जी आईकार्ड आखिर कहां से बनाया गया है। दूसरा सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर महिला ने जो आई ए एस ट्रेनी के यूनीफॉर्म बनवाए हैं। उसको महिला कैसे पहनकर अकादमी में पहुंची थी। किसने उसे यूनीफॉर्म को बनवाने में मदद की थी।
सबसे दीगर बात यह है कि महिला ने किस आधार पर बिना परीक्षा पास किये आखिर कैसे अपने आपको आईएएस अधिकारी घोषित कर दिया था। पुलिस ने बड़े ही नाटकीय ढंग से आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे जेएम कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
वैसे पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेना चाहती थी, लेकिन बताया जा रहा है कि कोर्ट ने रिमांड की अर्जी को खारिज कर दिया है। फिलहाल एसआईटी की टीम साक्ष्य को जांच में जुट गई है।