लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि महिलांए और बच्चे हमारी सामाजिक-पारिवारिक व्यवस्था और खुशहाली का आधार है। महिलाओं और बच्चों की विशेष देखभाल और उनका संरक्षण शासन का सामाजिक और नैतिक दायित्व है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। महिलाओं की सुरक्षा की दिशा में उत्तर प्रदेश ने जो कदम उठाए हैं उनका अनुसरण अब दूसरे राज्य भी करने को बाध्य हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में गर्भवती महिलाओं और अति कुपोषित बच्चों की फीडिंग के लिए सरकार ने “हौसला योजना“ अन्तर्गत पर्याप्त फंड की व्यवस्था की है। पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिलाओं तथा उनके बच्चों की शिक्षा व्यवस्था हेतु अनुदान योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के लाभार्थियों के लिए 541 करोड़ रुपये एवं अनुसूचित जाति-जनजाति की निराश्रित महिलाओं के लिए 96 करोड़ रुपये की राशि निश्चित की गई है।
रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केन्द्र की स्थापना के अंतर्गत एक ही छत की नीचे महिला हेल्प लाइन, महिला थाना, कानूनी सहायता, कौशल सुधार अल्पावास, पीड़ित के उपचार हेतु चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के उद््देष्य से प्रदेश के 11 जनपदों में यह योजना संचालित की जा रही है। आंगनबाड़ी केन्द्रो को ‘इको चाइल्ड फ्रेन्डली’ बनाने एवं अतिरिक्त टाॅयलेट व किचन की व्यवस्था की गई है। बाल पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए भी 3,220 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है।
महिलाओं को छेड़छाड़ तथा अन्य अपराधिक कृृत्यों से बचाने के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन की व्यवस्था को सभी ने सराहा है। इसकी सफलता को देखते हुए अब प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को लाभान्वित करने के उद््देश्य से इसकी ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुँच बढ़ाने का निर्णय लिया है। समाजवादी सरकार की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी योजना समाजवादी पेंशन योजना है जिसके लक्ष्य को बढ़ाकर 45 लाख से बढ़ाकर 55 लाख किया गया है।
समाजवादी सरकार ने मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृृत्व में विकास के एजेंडा को तेजी से कार्यान्वित किया है। समाज के सभी वर्गो को इससे लाभ मिला है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश के साथ-साथ बाहर से आने वाले लोग भी यह कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में सभी राज्यों से अधिक और तेज विकास हो रहा है। यहां विकास योजनाओं ने धरातल पर मूर्त रुप लिया है। भारत सरकार के आंकड़ो से भी उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे अधिक पूँजीगत व्यय करने वाला राज्य हो गया है। प्रदेश में संसाधनों के कुशल प्रबंधन के फलस्वरुप भारत सरकार के तमाम पुरस्कार उत्तर प्रदेश को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्याे के लिए मिले हैं।
इन तमाम महिलाओं को समाजवादी सिद्धांत के आधार पर विशेष अवसर श्री अखिलेश यादव द्वारा दिये जाने की व्यवस्था की गई है। उन्हें सम्मान के साथ आगे बढ़ने के समान अवसर दिये जा रहे है। इस पर भी विपक्षी दलों को राजनीति की अंधी दौड़ में यह नहीं दिखता है। विपक्षी नेताओं की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा यह है कि महिलाओं की अस्मिता को ताक पर रखकर राजनीति करने का मर्यादाहीन एवं अनैतिक आचरण करने में भी उन्हें कोई संकोच नहीं है।