नई दिल्ली: आज मेले के समापन समारोह में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जी ने किसानो को संबोधित करते हुए कहा कि किसान देश की
रीढ़ होते हैं| किसानो के उपर ही देश का सारा आधार है| मंत्री जी ने कहा कि आधुनिक एप के माध्यम से किसान अपनी समस्याओं से आसानी से सरलता पूर्वक मुक्ति पा सकते हैं| अचानक से होने वाले मौसम परिवर्तन की जानकारी इस एप के माध्यम से किसान सचेत हो सकते हैं और अपनी फसल को क्षति होने से बचा सकते हैं|
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जी ने किसानों से कहा कि आपको अधीर होने की आवश्यकता नहीं है हम सभी आपके साथ हैं|आपको नये-नये आधुनिक उपकरणों के बारे में हमारी सरकार और हमारे वैज्ञानिक गण आपको समय-समय पर सहयोग देते रहेंगे| आपकी कुशलता को हम तत्परता से आगे बढ़ाते रहेंगे|
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जी ने कहा कि हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री के सपने “From Lab to Land” को साकार करने के लिए मैंने अभी कुछ देर पहले “ पूसा कृषि” मोबाइल एप को शुरू किया है|
श्री सिंह ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा ने कृषि और बागवानी फसलों कि कई उन्नत किस्मों , अन्य कई क्षेत्रों जैसे प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, पौध संरक्षण, मृदा एवं जल प्रबंधन, मशीनीकरण से सम्बंधित प्रौद्योगिकियां विकसित की है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जी ने कहा कि इस “पूसा कृषि”मोबाइल एप से किसानों को भारतीय कृषि अनुसन्धान , पूसा द्वारा विकसित सभी नयी उन्नत किस्मों तथा नयी प्रौद्योगिकियों की जानकारी प्राप्त होगी जिससे उसे अपनी उत्पादकता एवं आय को बढ़ाने में मदद मिलेगी |इस एप से कृषि क्षेत्र की स्टार्ट अप कंपनियों से ले कर बड़ी कंपनियों, स्वयं सेवी संस्थाओं तथा किसान समूह को भी प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के उदेशय से सूचना प्राप्त हो सकेगी और हम सरकारी व् निजी सभी चैनलों से नयी तकनीकों को किसानों तक पहुंचायेंगे ।
श्री सिंह ने कहा कि जैसा की आपको बताया गया इन सभी मोबाइल एप को आप गूगल प्ले स्टोर एवं हमारे मंत्रालय की वेबसाइट,पूसा संस्थान की वेबसाइट या हमारी मिनिस्ट्री के स्टाल पर जा कर डाउनलोड करवा सकते है । मेरा सभी किसान भाइयों व् कृषि विभाग के विस्तार कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि इस नयी तकनीक को शीघ्र से शीघ्र अपनाकर इसका लाभ उठाएं।
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने देश के विभिन्न भागों से आये 45 किसानों को आईएआरआई- नवोन्मेषी कृषक पुरस्कार तथा आईएआरआई-फैलो कृषक पुरस्कार 2016 से सम्मानित किया। पुरस्कार विजेताओं में महिला किसान भी शामिल है। इन किसानों ने अपने-अपने क्षेत्र में खेती की नवीन तकनीकों को अपनाकर उपज के कीर्तिमान बनाये है तथा आधुनिक खेती की एक नई मिसाल कायम की है।
इस मेले में देश के कोने-कोने से आये किसानों ने बड़ी संख्या में भागीदारी की तथा लाभ उठाया।