देहरादून: प्रदेश के चार जिलों ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, नैनीताल व देहरादून में साॅयल हेल्थ कार्ड बनाने के लिए सघन अभियान चलाया जाएगा।
सोमवार को वीर शिरोमणि माधोसिंह भण्डारी किसान भवन में आयोजित प्रथम राज्य स्तरीय आम महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य में किसानों को साॅयल हेल्थ कार्ड उपलब्ध करवाने का कार्यक्रम पहले से ही प्रारम्भ किया जा चुका है। परंतु उपरोक्त चार जिलों में किसानों को 6 माह में साॅयल हेल्थ कार्ड सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में पहली बार आम महोत्सव का आयोजन खुशी की बात है परंतु इसमें आम के प्रशंसक उतनी संख्या में नहीं आए हैं जितनी की उम्मीद थी। प्रदेश में आम के बगीचे हैं परंतु पुराने आम के पेड़ों को नई वेरायटी के आम से प्रतिस्थापित करना होगा। इसके लिए उद्यान विभाग के अधिकारी आम उत्पादकों से विचार विमर्श कर प्रदेश में आम की कम उत्पादकता के कारणों का विश्लेषण करें। राज्य सरकार से जिस भी सहयोग की आवश्यकता होगी, किया जाएगा। प्री हार्वेसटिंग व पोस्ट हार्वेसिटंग का ज्ञान किसानों को होना चाहिए। इसके लिए किसानों में जागरूकता उत्पन्न करनी होगी। कृषि व उद्यान विभाग किसान आंदोलन के तौर पर किसानों में जागरूकता का अभियान चलाएं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आत्मनिर्भर विकासोन्मुख उŸाराखण्ड के लिए जरूरी है कि खेती को स्ट्रीमलाईन किया जाए। राज्य सरकार ने कृषि व जल संरक्षण को विशेष प्राथमिकता दी है। ‘‘मेरा पेड़ मेरा धन’’ योजना में पेड़ लगाने के लिए बोनस दिया जा रहा है। हमारे सांस्कृतिक पर्व हरेला को इससे लिंक किया गया है। इसी प्रकार जलाशयों के पुनरूद्धार के लिए वाटर बोनस भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कृषि व उद्यान मंत्री डा.हरक सिंह रावत से पर्वतीय चकबंदी व वाटर हार्वेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने की अपेक्षा की।
कृषि व उद्यान मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर आम पर पहली बार राज्य स्तरीय महोत्सव का आयोजन किया गया है। इससे पहले मश्रूम व मौनपालन पर भी राज्य स्तरीय गोष्ठियों का आयोजन किया गया था। इससे हमारे प्रदेश के किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि किसानों की आय व आजीविका बढ़े। डा. रावत ने बताया कि उŸाराखण्ड के 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में आम केे बगीचे हैं। सर्दियों के मौसम जब कहीं भी ताजा आम नहीं होते हैं उŸाराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्र से आम प्राप्त होते हैं।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काउ, रूद्रप्रयाग की जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा सहित विभागीय अधिकारी, आम उत्पादक व अन्य लोग मौजूद थे।