नई दिल्ली: एनएचएआइ ने 15-29 फरवरी के दौरान फास्टैग मुफ्त बांटने का फैसला किया है। राष्ट्रीय राजमार्गो (एनएच) के टोल प्लाजा पर टोल भुगतान की नई इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली के तहत अब सीधे फास्टैग से टोल वसूला जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने देश के 527 राजमार्गो पर फास्टैग आधारित टोल टैक्स कलेक्शन शुरू किया था। फास्टैग की शुरुआती कीमत 100 रुपये रखी गई थी। सरकार ने खरीद को बढ़ावा देने के लिए इसे मुफ्त देने की घोषणा की थी। इसकी समय-सीमा एक बार फिर बढ़ा दी गई है।
मुफ्त में खरीद सकेंगे
प्राधिकरण ने बताया कि इसे एनएचएआइ के किसी आधिकारिक विक्रय सेंटर से मुफ्त में खरीदा जा सकता है। इसके लिए वाहन का पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) दिखाना होगा। इसके अलावा फास्टैग को हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा, स्थानीय यातायात कार्यालय, कॉमन सर्विस सेंटर और पेट्रोल पंप जैसी जगहों से भी खरीदा जा सकता है।
ऐसे जानें कहां मिलेगा आपके नजदीक
अपने नजदीकी विक्रय केंद्र के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए एनएचएआइ का मायफास्टैग एप भी डाउनलोड किया जा सकता है। इसके अलावा प्राधिकरण की वेबसाइट और 1033 पर फोन करके भी विक्रय केंद्र के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
सुविधा के लिए हुई है शुरुआत
गौरतलब है कि सरकार ने टोल टैक्स में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के साथ-साथ सुविधाजनक सेवा देने के लिए फास्टैग की शुरुआत की है। यह इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से टैक्स कलेक्शन की प्रणाली है। फास्टैग को वाहन के सामने वाले शीशे पर लगाया जाता है और टोल प्लाजा पर लगे फ्रीक्वेंसी रीडर के संपर्क में आते ही टोल टैक्स खुद-ब-खुद कट जाता है। इससे बिना रुके टोल प्लाजा से निकला जा सकता है और नकद भुगतान की भी जरूरत नहीं पड़ती है। पिछले महीने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया था कि फास्टैग के लागू होने से टैक्स कलेक्शन 87 करोड़ रुपये प्रतिदिन हो गया है। पहले यह औसतन 68 करोड़ रुपये प्रतिदिन था।