नई दिल्ली: खिलाड़ियों और विभिन्न हितधारकों के योगदान को मान्यता देने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) खेल पुरस्कार प्रदान करता है। इस वर्ष खेलों को प्रोत्साहन देने वाली सर्वश्रेष्ठ कंपनी (सार्वजनिक क्षेत्र) वर्ग में रेलवे खेल संर्वद्धन बोर्ड को फिक्की भारत खेल पुरस्कार 2019 प्रदान किया गया। यह पुरस्कार 11 दिसंबर, 2019 को नई दिल्ली में दिया गया।
फिक्की भारत खेल पुरस्कार 2019 पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री मुकुल मुद्गल ने प्रदान किए। न्यायमूर्ति श्री मुकुल मुद्गल निर्णायक मंडल के अध्यक्ष भी थे। कार्यक्रम में ओडिशा के खेल मंत्री श्री तुषारकांति बेहेड़ा और सरकार तथा उद्योग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
खेलों को प्रोत्साहन देने और खिलाड़ियों और उदीयमान एथलीटों को प्रोत्साहन देने के लिए रेलवे खेल संवर्द्धन बोर्ड को पुरस्कृत किया गया है।
खेल अवसंरचना का विकास और एथलीटों को हर संभव सहयोग देने के लिए खेल संगठनों के योगदान को महत्व दिया जाता है, ताकि खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर सकें और उपलब्धि हासिल कर सकें। इस संबंध में भारतीय रेल खेल के मैदान में अभूतपूर्व योगदान कर रहा है और खेलों को सामाजिक महत्व प्रदान करने में भी भूमिका निभा रहा है। रेलवे खेल संवर्द्धन बोर्ड 28 राष्ट्रीय खेल संघों के साथ जुड़ा है तथा अंतर्राष्ट्रीय रेलवे खेल संघ का सदस्य है। बोर्ड अपने 33 जोनो और सम्बद्ध इकाइयों के जरिये खेलों को प्रोत्साहन दे रहा है। भारतीय रेल से जुड़े खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स, राष्ट्र मंडल खेल और ओलंपिक्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में देश के लिए पदक जीते हैं। विश्व रेल खेलों में भी भारतीय रेल के एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में हिस्सा लेने के अलावा भारतीय रेल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चैम्पियनशिपों के आयोजन के जरिये भी खेलों को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारतीय रेल ने गत दिनों वर्ल्ड रेलवे साइकिलिंग चैम्पियनशिप, नेशनल वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप और नेशनल साइकिलिंग चैम्पियनशिप का सफल आयोजन किया। इसी क्रम में रेलवे खेल संवर्द्धन बोर्ड इसी महीने नई दिल्ली में महिलाओं की नेशनल हैंडबॉल चैम्पियनशिप की मेजबानी करेगा।
रेलवे खेल संवर्द्धन बोर्ड रेलवे में कार्यरत 8000 एथलीटों और प्रशिक्षकों को हर सुविधा प्रदान करता है तथा बोर्ड ने स्कूली बच्चों के लिए भी समर कोचिंग कैंप शुरू किए हैं, ताकि उन्हें खेलों की तरफ आकर्षित किया जा सके। इस समय भारतीय रेल तीरंदाजी, हॉकी, कुश्ती और एथलेटिक्स में कई खेल अकादमियों का संचालन कर रहा है। अपने खेल जीवन के उत्कर्ष पर पहुंचने वाले वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए भी बोर्ड एनआईएस कोचिंग प्रशिक्षण दे रहा है। इस समय भारतीय रेल के विभिन्न जोनों में 230 योग्य प्रशिक्षक काम कर रहे हैं।
भारतीय रेल ने पुरानी खेल नीतियों में सुधार किया है और नई आवश्यकताओं के मद्देनजर अपनी गतिविधियों में इजाफा किया है। भारतीय रेल ने खेल भर्ती नीति को उदार बनाया है, जिसमें प्रतिभाशाली खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ के लिए बारी से पहले तरक्की, नकद पुरस्कार तथा अन्य प्रोत्साहन शामिल हैं।
रेल विभाग में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के महान खिलाड़ी हुए हैं, जिनमें श्री किशन लाल, सरदार हरविंदर सिंह, राजेन्दर सिंह, नानी कांट्रेक्टर, लाला अमरनाथ, डायन एडुलजी, पी टी उषा, बहादुर प्रसाद, शक्ति सिंह शामिल हैं। इनके अलावा मौजूदा नामी खिलाड़ियों में सुशील कुमार, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया इत्यादि आते हैं। हाल में तीरंदाज सुश्री बॉम्बायला देवी लैशराम और पहलवान बजरंग पूनिया को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। श्री बजरंग पूनिया को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। इसी प्रकार श्री एस भास्करन, सोनिया लाथर, पूनम यादव, चिंगलेनसना सिंह कांगूजम को अर्जुन पुरस्कार तथा श्री नितीन किरताने को 2019 के लिए ध्यानचंद पुरस्कार प्रदान किया गया।
रेल विभाग में 23 पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त, 166 अर्जुन पुरस्कार प्राप्त, 11 ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त, 9 द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त और 6 राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त महान खिलाड़ी और प्रशिक्षक हैं, जो रेल विभाग, रेलवे खेल संवर्द्धन बोर्ड तथा अन्य भारतीय खेल संगठनों के लिए गौरव का विषय है।