मॉस्को। विश्वकप में ग्रुप एफ के पहले मुकाबले में मैक्सिको ने विश्व चैम्पियन जर्मनी को 1-0 से हराया। विश्वकप के 88 साल के इतिहास में मैक्सिको की जर्मनी पर यह पहली जीत है। यह लगातार तीसरा विश्वकप है जिसमें मौजूदा चैम्पियन टीम अपना शुरुआती मुकाबला जीत नहीं पाया है। 2010 में इटली ने पैराग्वू से ड्रॉ खेला था, जबकि 2014 में स्पेन अपना पहला मैच हार गया था। जर्मनी की बात करें तो विश्व चैम्पियन रहते हुए वह पहली और कुल दूसरी बार अपना शुरुआती मुकाबला हारा है।
इससे पहले उसने 1958 में उसने अपने पहले मैच में अर्जेंटीना को 3-1 से हराया था। 1978 में पहला मैच पोलैंड से 0-0 से ड्रॉ खेला था। 1994 में अपने शुरुआती मैच में बोलविया को 1-0 से हराया था। वहीं 1982 में जर्मनी ओपनिंग मैच हार गया था। वहीं दूसरी ओर जीत के बाद देशवासियों ने सड़कों पर उतरकर इस कदर जुनून में जश्न मनाया कि वहां लगे भूकंप सेंसर तक बज उठे।
लुझनिकी स्टेडियम में खेले जा रहे मैच में मैक्सिको के हिरविंग लोजानो ने जेवियर हर्नान्डेज के पास पर 35वें मिनट में गोल कर दिया। लोजाने का ये 8वां अंतरराष्ट्रीय गोल है। उसके बाद रेफरी ने मैच का पहला यलो कार्ड मैक्सिको के ही मोरिनो को 40वें मिनट में दिखाया। मैक्सिको ने 58वें मिनट में कार्लोस की जगह अल्वारेज और उसके बाद 66वें मिनट में लोजानो की जगह राउल को मैदान पर भेजा। वहीं, जर्मनी ने 60वें मिनट में सैमी खेदिरा की जगह रूईस को मैदान पर उतारा।
मैच में 71वें मिनट में मार्को रूईस के शॉट पर मैक्सिको के कप्तान गलार्डो चोटिल हो गए। जिसके बाद 73वें मिनट में उनकी जगह मार्केज को मैदान पर उतारा गया। इसी के साथ मार्केज पांच विश्व कप खेलने वाले तीसरे खिलाड़ी भी बन गए। मार्केज विश्व कप (15 मैच) में सबसे ज्यादा कप्तानी करने वाले दूसरे खिलाड़ी भी बन गए हैं, उनसे आगे अर्जेंटीना के डिएगो मैराडोना (16 मैच) हैं।
गत चैंपियन टीम के खिलाफ मैक्सिको को भी शायद जीत की उम्मीद नहीं थी इसीलिये इतने बड़े उलटफेर को देखकर उसके देशवासी खुशी से झूम उठे। मैक्सिको में सड़कों पर उतरकर लोगों ने कूदना और नाचना शुरू कर दिया और हर तरफ लोग पारंपरिक टोपी ‘सोम्ब्रेरो’ पहनकर देश में फुटबाल के लिये गाये जाने वाले प्रचलित गीत ‘सिलेटो लिंडो’ को गा रहे थे। मैक्सिको में मुख्य चर्च के निकट विश्वकप मैच को लेकर बड़ी स्क्रीन लगायी गयी थी जिसपर लोगों ने अपनी टीम को जीतते देखा। जैसे ही पहले हाफ के 35वें मिनट में हार्यविंग लोजानो ने गोल दागा लोग खुशी में झूम उठे।
भू-विज्ञान एवं वायुमंडल जांच एजेंसी ने बताया कि मैक्सिको में भारी संख्या में लोगों ने जीत में इस कदर कूद कूद कर जश्न मनाया कि राजधानी में दो जगहों पर भूकंप नापने वाले सेंसरों ने धरती में हलचल की जानकारी दी। यह मैच के सात मिनट बाद दर्ज किये गये हैं। मैक्सिको में आये इस भूकंप को वैज्ञानिकों ने अप्राकृतिक भूकंप बताया है।
मैक्सिको की टीम ने पिछले छह विश्वकप में कभी भी अंतिम-16 राउंड तक जगह नहीं बनाई है। मैक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुएल लोपेज़ ओबराडोर ने भी अपनी टीम को जीतने पर बधाई दी है। वहीं टीम के गोलकीपर गुइलेर्मो ओचाओ को जर्मनी के सभी प्रयासों को बेकार करने के लिये देशवासियों ने सोशल साइट पर देश का राष्ट्रपति तक करार दे दिया है। Just 2 Minute