मास्को: फीफा की अनुशासनात्मक समिति ने क्रोएशिया के डिफेंडर डोमागोज विदा को विवादित बयान देने के बाद उनपर किसी तरह का निलंबन नहीं लगाया है और सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया है.
विदा ने मेजबान रूस के खिलाफ खेले गए क्वार्टर फाइनल में ग्लोरी टू यूक्रेन एंड बर्न बेलग्रेड का नारा लगाया था जिसका वीडियो काफी वायरल हो गया था. इस वजह से उन पर निलंबन की तलवार लटक रही थी.
फीफा ने हालांकि फाइनल मैच से पहले की गई जांच में उन्हें निलंबित नहीं किया है और सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया है. इस वीडियो में विदा के साथ उनकी टीम के सहायक कोच ओग्देन वुकोजेविक भी दिखाई दे रहे थे जो कह रहे थे, यह कीव और यूक्रेन की जीत है.
वीडियो के इंस्टाग्राम पर वायरल होने के बाद विदा ने संवददाता सम्मेलन में कहा था कि उन्होंने यह बातें किसी राजनीति से प्रेरित हो कर नहीं कहीं थी. उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ मजाक था.वीडियो फुटेज जारी होने के बाद फीफा ने इस पर जांच शुरू की और विदा को निलंबन के बजाए चेतावनी देकर छोड़ दिया.
फीफा ने एक बयान में कहा है, क्रोएशियाई खिलाड़ी विदा द्वारा मीडिया में जारी एक गए बयान का दूसरा वीडियो देखने के बाद फीफा की अनुशासन समिति के चेयरमैन ने कहा कि खिलाड़ी की माफी जांच शुरू होने के बाद आई है और इस वजह से उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. विदा ने कहा था कि उनसे गलती हुई है.