नई दिल्ली: भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) के तत्वावधान में एक गैर लाभकारी सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम बिराक (जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद) 22 एवं 23 सितंबर, 2016 को नई दिल्ली में पांचवीं इनोवेटर्स बैठक आयोजित करने जा रही है। बैठक की थीम होगी ‘जैव प्रौद्योगिकी नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र – अगली छलांग की रणनीति तैयार करना’।
इनोवेटर्स बैठक के आयोजन का मुख्य उद्देश्य अनुसंधान के सभी क्षेत्रों में नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बिराक की ओर से निरंतर किए जा रहे प्रयासों को चिन्हित करना है। बिराक को महत्वपूर्ण सामाजिक क्षेत्रों में किफायती नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एकल खिड़की इंटरफेस के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसके तहत स्टार्ट-अप और छोटे एवं मझौले उद्यमों पर अपेक्षाकृत ज्यादा ध्यान केन्द्रित किया गया है। इस बैठक में लगभग 300 वैज्ञानिक, उद्यमी एवं औद्योगिक विशेषज्ञ एवं नीति-निर्माता शिरकत करेंगे, जो जैव प्रौद्योगिकी (बायोटेक) नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े समकालीन मुद्दों पर चर्चा करने और इस प्लेटफॉर्म द्वारा पेशकश किए जाने वाले नेटवर्किंग अवसरों से लाभ उठाने के लिए एकजुट हो रहे हैं।
विगत पांच वर्षों में बिराक ने अनेक प्रख्यात संगठनों जैसे कि टेकेस, फिनलैंड; होर्ट इनोवेशन ऑस्ट्रेलिया और नेस्टा, ब्रिटेन के साथ भागीदारी कायम की है। इन भागीदारियों और बिराक की पहलों से 300 से भी ज्यादा जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों और 100 से ज्यादा युवा उद्यमियों की सहायता करना संभव हो पाया है। इन 300 से ज्यादा जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों में मुख्यतः स्टार्ट-अप और एसएमई शामिल हैं। आज बिराक की मदद से 35 से भी ज्यादा उत्पादों/प्रौद्योगिकियों की डिलीवरी की जाती है, जिनमें मुख्यतः स्वास्थ्य संबंधी उपकरण एवं औद्योगिक उत्पाद शामिल हैं। शुरुआती चरण वाली 31 प्रौद्योगिकियां विकसित की गई हैं और 105 नई बौद्धिक संपत्तियां (आईपी) सृजित की गई हैं।
केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन मुख्य अतिथि होंगे और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री श्री वाई.एस. चौधरी सम्मानित अतिथि होंगे।