नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2018 के दौरान (दाखिल करने के लिए 31 अगस्त, 2018 तक बढ़ाई गई नियत तिथि) दाखिल किए गए आयकर रिटर्न (आईटीआर) की संख्या में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 31 अगस्त, 2018 तक ‘ई-फाइल’ आईटीआर की कुल संख्या 31 अगस्त, 2017 तक के 3.17 करोड़ की तुलना में 5.42 करोड़ आंकी गई, जो 70.86 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है। 31 अगस्त 2018, जो आईटीआर दाखिल करने के लिए बढ़ाई गई अंतिम तिथि थी, को लगभग 34.95 लाख रिटर्न अपलोड किए गए।
दो श्रेणियों में आईटीआर की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इन श्रेणियों के तहत वेतनभोगी व्यक्तियों (आईटीआर-1 एवं 2) द्वारा दाखिल किए गए आईटीआर की संख्या के साथ-साथ अनुमानित कराधान योजना (आईटीआर-4) का लाभ उठाने वाले लोगों द्वारा दाखिल किए गए आईटीआर की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है।
31 अगस्त, 2018 तक वेतनभोगी व्यक्तिगत करदाताओं द्वारा दाखिल किए गए ई-रिटर्न की कुल संख्या वित्त वर्ष 2017 की इसी अवधि के दौरान दाखिल किए गए 2.19 करोड़ रिटर्न की तुलना में 3.37 करोड़ आंकी गई, जो रिटर्न की कुल संख्या में 1.18 करोड़ अथवा 54 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
‘अनुमानित कर योजना’ का लाभ उठाने वाले व्यक्तियों द्वारा 31 अगस्त, 2018 तक दाखिल किए गए ई-रिटर्न की कुल संख्या 31 अगस्त, 2017 तक दाखिल किए गए 14.93 लाख रिटर्न की तुलना में 1.17 करोड़ आंकी गई, जो रिटर्न की कुल संख्या में 681.69 प्रतिशत की दमदार वृद्धि दर्शाती है।