नई दिल्ली: 15वें वित्त आयोग ने आज स्वास्थ्य क्षेत्र पर गठित उच्चस्तरीय समूह के साथ अपनी दूसरी बैठक आयोजित की। इस समूह का गठन आयोग द्वारा ही किया गया है। आयोग के चेयरमैन एवं सदस्यों ने एम्स के निदेशक डॉ. आर. गुलेरिया की संयोजकता में आयोजित एक बैठक में भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र पर गहराई से चर्चा की।
आयोग का प्रतिनिधित्व इसके अध्यक्ष श्री एन.के. सिंह, सदस्य श्री अनूप सिंह, श्री अशोक कुमार लाहिड़ी,सचिव श्री अरविंद मेहता और अन्य अधिकारियों ने किया।
बैठक में भाग लेने वाले विशेषज्ञों में डॉ. नरेश त्रेहन; डॉ. देवी शेट्टी, चेयरमैन, नारायण हेल्थ सिटी, बेंगलुरू; डॉ. के. श्रीनाथ रेड्डी, अध्यक्ष, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया; डॉ. दिलीप गोविंग म्हैसेकर, कुलपति, महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंस, पुणे; डॉ. भबतोष बिस्वास, प्रोफेसर एवं एचओडी, कार्डियो थोरैसिक सर्जरी, आर.जी.कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता; डॉ. राजीव कुमार; एम्स के निदेशक डॉ. आर. गुलेरिया की ओर से डॉ. आर.पी. आरती विज, एम्स, नई दिल्ली एवं अन्य शामिल थे।
बैठक के दौरान निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया :-
· भारत की आबादी के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र में मौजूदा नियामकीय रूपरेखा का आकलन करना और स्वास्थ्य क्षेत्र का संतुलित एवं त्वरित विस्तार सुनिश्चित करने के लिए इसकी ताकत एवं कमजोरियों पर गौर करना।
· भारत में वर्तमान वित्तीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के उपाय सुझाना और सुपरिभाषित स्वास्थ्य पैमानों पर खरे उतरने के लिए राज्य सरकारों द्वारा किये जा रहे प्रयासों को प्रोत्साहन देना।
· अपने स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय तौर-तरीकों पर समग्र रूप से गौर करना और अपनी रूपरेखा को इन तौर-तरीकों के अनुरूप बनाने के लिए प्रयास करना, ताकि अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके।
अध्यक्ष ने बैठक में यह घोषणा की कि ‘स्वास्थ्य एवं शिक्षा’ 15वें वित्त आयोग की एक विशेष थीम होगी। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वित्त आयोग की एक विशेष थीम होती है। श्री विजय एल. केलकर की अध्यक्षता वाले 13वें वित्त आयोग की विशेष थीम ‘जीएसटी का पुनर्गठन’ निर्धारित की गई थी।