मधेपुरा: 11 बार कोरोना वैक्सीन लेकर मधेपुर के 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल सोशल मीडिया पर ‘वैक्सीन वाले चचा’ के नाम से मशहूर हो गए थे। तो वहीं, अब ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ पुरैनी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है।
यह एफआईआर प्राथमिक स्वास्थ्य विभाग पुरैनी की तरफ से दर्ज कराई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने गुमराह करके 11 बार अलग-अलग आईडी पर वैक्सीन लेने के मामले में यह एफआईआर 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ दर्ज कराई है।
ब्रह्मदेव के खिलाफ दर्ज हुई FIR
पुरैनी थाना इंचार्ज दीपक चंद्र दास ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सेवानिवृत्त पोस्टमास्टर ब्रह्मदेव मंडल ने दावा किया था कि वो कोविड वैक्सीन 11 बार लगवा चुके हैं। जबकि, तीसरी डोज की प्रक्रिया भी अभी तक भारत में शुरू नहीं हुई है। ब्रह्मदेव मंडल के दावे के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई थी और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच शुरू कर दिया है।
12 वीं बार वैक्सीने लगवाते पकड़े गए थे
ब्रह्मदेव मंडल मधेपुरा के उदाकिशुनगंज के औराई गांव के रहने वाले हैं, जिन्हें स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2 जनवरी, दिन रविवार उस वक्त पकड़ लिया गया, जब वह 12वीं बार कोविड वैक्सीन लगवाने के फिराक में थे। इस दौरान लोगों ने उनकी शिनाख्त कर ली और उन्हें वैक्सीन लगाने से मना कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने इसके लिए अपने परिवार के नजदीकी सदस्यों की अलग-अलग आईडी और मोबाइल फोन नंबरों का भी इस्तेमाल किया था।
वैक्सीन से घुटनों में दर्द से आराम मिलने किया दावा
सबसे हैरानी की बात है कि मंडल का दावा है कि हर बार कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने के बाद उसने बहुत ही अच्छा महसूस किया है। उनका कहना है कि टीके की शुरुआत से पहले उन्हें कई तरह की दिक्कतें थीं। खासकर घुटनों में काफी दर्द रहता था। लेकिन, हर टीके के बाद उनकी परेशानियां खत्म होती चली गईं। उनके मुताबिक, अब उन्हें किसी तरह का दर्द भी नहीं होता।
मंडल ने बताया कब-कब ली वैक्सीन
मंडल ने दावा किया था कि कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 13 फरवरी, 2021 को लगी थी। उसके बाद उन्होंने पिछले साल मार्च, मई, जून, जुलाई और अगस्त में लगातार इसके टीके लगवाए थे। सितंबर में उन्होंने अपना आधार कार्ड, वोटर आईडी और बाकी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर तीन बार वैक्सीन लगवाई थी। इस तरह से उनका दावा है कि वह बीते साल 30 दिसंबर तक 11 बार कोरोना वैक्सीन की डोज लगवा चुके हैं। उन्होंने इस तरह से वैक्सीन लगावने के सनक का कारण बताने से पहले कहा कि ‘सरकार ने बहुत ही बढ़िया चीज (वैक्सीन) बनाई है।’
डिस्क्लेमरः यह oneindia.com न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ श्रमजीवी जर्नलिस्ट टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.