बैरागी कैंप स्थित बजरीवाला झुग्गी-झोपड़ी बस्ती में खाना बनाते समय आग लगने से 36 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। इसमें छह लोग झुलस भी गए हैं। उन्हें उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। दमकल की सात गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग को फैलने से रोका। डीएम व एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। प्रशासन की तरफ से तत्काल आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई गई है। हालांकि अग्निकांड में जनहानि नहीं हुई है।
कनखल थाना क्षेत्र के बैरागी कैंप में बजरीवाला में झुग्गी बस्ती है। इस बस्ती में 500 के करीब झोपड़ियां हैं। मंगलवार दोपहर करीब दो बजे बस्ती की एक झोपड़ी में खाना बन रहा था। खाना बनाते समय घास-फूंस से बनी झोपड़ी ने आग पकड़ ली। आग ने इतना विकराल रूप ले लिया कि 36 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। इससे इलाके में अफरातफरी मच गई। बस्ती में आग लगने की सूचना मिलते ही अन्य झोपड़ियों में रहने वाले लोग मौके पर पहुंचे और नलों से पानी भरकर आग पर डाल कर उसे बुझाने का प्रयास किया। लोगों ने घरों के अंदर रखा सामान भी जैसे-तैसे करके बाहर निकालना शुरू किया। इस बीच अग्निशमन विभाग को आग लगने की सूचना मिली।
सूचना मिलते ही सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घंटों की मशक्कत के बाद अग्निशमन की टीम ने आग पर काबू पाया। कई महिलाएं धुएं के चलते बेेहोश भी हो गईं। उन्हें अस्पताल भिजवाया गया। वहीं कई लोगों के आग बुझाने की कोशिश में हाथ जल गए। मौके पर डीएम विनय शंकर पांडेय, एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सीओ सिटी शेखर सुयाल समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अमला भी पहुंचा।
दमकल वाहनों का लगा रहा आना–जाना
हवा के चलने से आग इतना विकराल रूप ले चुकी थी कि दमकल की गाड़ियां पानी लेने के लिए आती-जाती रहीं। सात गाड़ियों ने करीब 50 से अधिक चक्कर पानी लाने के लिए लगाए। सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर ने बताया कि सिडकुल, मायापुर की गाड़ियों को मौके पर बुुलाकर आग को बुझाया गया।
प्रशासन ने की 3800 रुपये की तात्कालिक मदद
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इसके बाद आग लगने के बाद जो लोग बेघर हुए हैं उनको प्रत्येक परिवार 3800-3800 रुपये की तात्कालिक सहायता दी गई। वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी और मां मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल शर्मा की तरफ से लोगों को दो हजार रुपये की आर्थिक मदद व एक-एक तिरपाल दी गई। इसके साथ ही शांतिकुंज की तरफ से राशन व खाने के पैकेट प्रदान किए गए। रात के खाने का इंतजाम जिला प्रशासन की तरफ से किया गया। इन लोगों को बस्ती के पास ही बने एक आश्रम में रखा गया है। वहीं कई सामाजिक संस्थाओं ने इनके कपड़े व रात को ओढ़ने के लिए कंबल का इंतजाम किया। वहीं खाने के पैकेट व राशन भी उपलब्ध कराया।
युवती की शादी के लिए मदद को आगे आया अखाड़ा परिषद
बस्ती में एक परिवार में आगामी दिनों में शादी थी। आग लगने से सामान भी जलकर रखा हो गया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने युवती को शादी का जोड़ा खरीदने के लिए 11 हजार रुपय दिए हैं।