गंगटोक: सिक्किम में नाथू ला दर्रे के जरिए कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 33 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को आज यहां से हरी झंडी दिखाई गई. अतिरिक्त मुख्य सचिव एस सी गुप्ता ने तीर्थयात्रियों को आगे की यात्रा पर ले जा रही सिक्किम राष्ट्रीयकृत परिवहन (एस एन टी) बस को हरी झंडी दिखाई.
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड) और नाथू ला दर्रा (सिक्किम) दो मार्ग हैं. पिछले साल डोकलाम मुद्दे पर टकराव के चलते चीन ने सिक्किम मार्ग से होने वाली यात्रा रोक दी थी. गुप्ता ने तीर्थयात्रियों को नियम एवं शर्तों के बारे में समझाया और उनसे आग्रह किया कि वे एक – दूसरे के साथ तथा सहायक स्टाफ के साथ सहयोग करें.
पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन सचिव सी पी ढाकल , भारत तिब्बत सीमा पुलिस के उपमहानिरीक्षक के डी द्विवेदी , उप कमांडेंट गणेश रोहतेला और सिक्किम पर्वतारोहण एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंजांग गायत्सो ने भी तीर्थयात्रियों से बातचीत की.
तीर्थयात्री मौसम अनुकूलन के लिए दो दिन 15th माइल और दो दिन शेराथांग में रुकेंगे. चीन की सीमा में प्रवेश करने से पहले नाथू ला में 20 जून को उनकी अंतिम चिकित्सा जांच होगी. (इनपुट – भाषा)