देहरादून: मैदानी क्षेत्रों में बाढ की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए राज्य आपदा प्रबन्धन केन्द्र उत्तराखण्ड एवं टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेंट (टी.एच.डी.सी) द्वारा बाढग्रस्त क्षेत्र ऋषिकेश में माॅक ड्रिल अभ्यास किया गया जिसमें जनपद देहरादून एवं जनपद टिहरी गढवाल के जिला प्रशासन एवं आपदा प्रबन्धन के अधिकारियों पुलिस प्रशासन, एन.डी.आर.एफ, एस.डी.आर.एफ के जवानों द्वारा अभ्यास माॅक ड्रिल कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
टी.एच.डी.सी कार्यालय ऋषिकेश में बनाये गये आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल को प्रातः 11 बजे सूचना प्राप्त हुई की टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेंट द्वारा टिहरी डाम से पानी छोड़ने के कारण मैदानी क्षेत्र मुनीकीरेती, चन्द्रबागा, त्रिवेणी घाट क्षेत्र में भागीरथी नदी का जल स्तर अचानक बाढ आने के कारण अफरा-तफरी का माहौल हो गया, जिसमें नदी किनारे रह रहे सैकड़ों लोग पानी के तेज बहाव के चपैट में आ गये जिसके लिए जिला प्रशासन देहरादून एवं जिला प्रशासन टिहरी के संयुक्त तत्वाधान में रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया, जिसके लिए कमान्डेन्ट एन.डी.आर.एफ ने रेस्क्यू आपरेशन की कमान सम्भाली तथा स्टेजिंग एरिया टिहरी बस स्टैण्ड से बाढग्रस्त क्षेत्रों के लिए तत्काल टीमे रवाना की गयी। स्टेजिंग एरिया से बाढग्रस्त क्षेत्र के लिए उप जिलाधिकारी ऋषिकेश द्वारा बाढग्रस्त क्षेत्र त्रिवेणी घाट एवं चन्द्रबागा क्षेत्र के लिए रेस्क्यू टीम रवाना की गयी तथा उप जिलाधिकारी मुनिकीरेती द्वारा बाढग्रस्त क्षेत्र नौघाट एवं मुनिकीरेती क्षेत्र के लिए रेस्क्यू टीम रवाना की गयी रेस्क्यू टीम में एन.डी.आर.एफ, एस.डी.आर.एफ एवं पुलिस जवानों के जवानो ने बाढ की चपेट में आए सैकेड़ों लोगों की जाने बचाई गयी तथा आपदा कन्ट्रोल रूम से प्राप्त सूचना के अनुसार 5 लोगों का अभी तक कोई पता नही चला है जिसके लिए रेस्क्यू टीम द्वारा खोजबीन जारी है।
इस अवसर पर उप सचिव आपदा प्रबन्धन संतोष बडोनी ने बताया कि राज्य आपदा प्रबन्धन केन्द्र द्वारा प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में बाढ की संवेदनशीलता को ध्यान को रखते हुए जिसमें टिहरी डाम से छोड़े जाने वाले पानी को देखते हुए टी.एच.डी.सी के अधिकारियों एवं जनपद देहरादून एवं टिहरी गढवाल जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं एन.डी.आर.एफ एवं एस.डी.आर.एफ के जवानों द्वारा संयुक्त रूप से माॅक ड्रिल कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ऋषिकेश क्षेत्र बाढग्रस्त क्षेत्र है जहां कभी भी बाढ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसको भविष्य में होने वाली घटना की आशंका को ध्यान में रखते हुए यह माॅक ड्रिल अभ्यास किया गया है जिसमें जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन तथा सैना के पास उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से यह अभ्यास किया गया ताकि सम्भावित आपदा के समय कोई अप्रिय घटना न तथा तुरन्त राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सके इसी उद्देश्य से यह माॅक ड्रिल कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका ऋषिकेश दीप शर्मा, अध्यक्ष नगर पालिका ऋषिकेश शिवमूर्ति कण्डवाल, निदेशक आपदा प्रबन्धन पियूष रौतेला, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश कुसुम चैहान, उप जिलाधिकारी मुनिकीरेती श्री चैहान, डिप्टी कमांडेन्ट एन.डी.आर.एफ रोशन सिंह असवाल, सी.ओ ऋषिकेश एवं मुनिकीरेती, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देहरादून श्रीमती दीपशिखा रावत, अधिशासी अधिकारी मुनिकीरेती बद्रीप्रसाद भट्ट, अधिशासी ऋषिकेश विनय सिंह चैहान, सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, जल पुलिस, एन.डी.आर.एफ, एस.डी.आर की टीम सहित समबन्धित अधिकारी मौजूद थे।