नई दिल्ली: केन्द्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने एकल उपयोग प्लास्टिक को समाप्त करने के सरकार और वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों के संकल्प को दोहराया।
11 सितम्बर से 2 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छता ही सेवा अभियान 2019 वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया। इसका विषय था-जागरूकता पैदा करना और भारत को एकल उपयोग प्लास्टिक से मुक्त बनाना।
माननीय प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2019 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती 2 अक्टूबर, 2019 से एकल उपयोग प्लास्टिक से भारत को मुक्त करने के अभियान का आह्वान किया था। उन्होंने 27 सितम्बर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए भी अपने संकल्प को दोहराया था।
समारोह में वित्त सचिव और सचिव (वित्तीय सेवा) श्री राजीव कुमार ने वित्त मंत्रालय के विभागों द्वारा एकल उपयोग प्लास्टिक को समाप्त करने की दिशा में उठाये गये कदमों की जानकारी दी। इनमें निम्नलिखित कदम प्रमुख हैं :-
· अधिकारियों को दिये जाने वाले तथा बैठकों में उपयोग में आने वाले प्लास्टिक की पानी की बोतल को शीशे की बोतलों से बदलना और गिलास से बदलना।
· प्लास्टिक के फोल्डरों के स्थान पर पुन:चक्रित करने योग्य कागज के फोल्डरों तथा अन्य पर्यावरण अनुकूल और स्वभाविक रूप से नष्ट होने वाली सामग्रियों से बदलना।
· नष्ट किये जाने योग्य प्लास्टिक कपों/प्लेटों के इस्तेमाल को कम करना।
· अधिकारियों और कर्मचारियों में जागरूकता पैदा करना और पोस्टरों के माध्यम से प्लास्टिक के नकारात्मक प्रभावों को बताना और पर्यावरण अनुकूल और स्वभाविक रूप से नष्ट होने वाली सामग्रियों के बारे में जागरूकता पैदा करना।